Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2023 · 1 min read

भेड़ों के बाड़े में भेड़िये

सारे जहाँ के दर्द से,
वहाँ उसका नाता है,
तभी तो वो मजलूम
अपने
घर आना चाहता है ।

है तुझे क्यों ऐतराज
इस बात पर,
तू क्यों बिलबिलाता है,
तेरा क्या उखाड़ा हैं
बेचारों ने,
क्यों इन्हें
रोकना चाहता है ।

बमुश्किल
उम्मीद जगी
अब आकर,
पर,
मासूम भेड़ों के साथ
बाड़े में,
तू क्यों?
भेड़िये बसाना चाहता है ।

Language: Hindi
6 Likes · 1 Comment · 396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
View all
You may also like:
होली
होली
Kanchan Khanna
वक्त वक्त की बात है 🌷🌷
वक्त वक्त की बात है 🌷🌷
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
सत्ता में वापसी के बाद
सत्ता में वापसी के बाद
*Author प्रणय प्रभात*
सोच
सोच
kausikigupta315
माँ...की यादें...।
माँ...की यादें...।
Awadhesh Kumar Singh
योग है अनमोल साधना
योग है अनमोल साधना
Anamika Singh
द्रवित हृदय जो भर जाए तो, नयन सलोना रो देता है
द्रवित हृदय जो भर जाए तो, नयन सलोना रो देता है
Yogini kajol Pathak
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
पात उगेंगे पुनः नये,
पात उगेंगे पुनः नये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
تہذیب بھلا بیٹھے
تہذیب بھلا بیٹھے
Ahtesham Ahmad
विभीषण का दुःख
विभीषण का दुःख
Dr MusafiR BaithA
दोहा में लय, समकल -विषमकल, दग्धाक्षर , जगण पर विचार , ( दोहा छंद में )
दोहा में लय, समकल -विषमकल, दग्धाक्षर , जगण पर विचार , ( दोहा छंद में )
Subhash Singhai
ग़ज़ल-धीरे-धीरे
ग़ज़ल-धीरे-धीरे
Sanjay Grover
नमन (देशभक्ति गीत)
नमन (देशभक्ति गीत)
Ravi Prakash
कारगिल दिवस पर
कारगिल दिवस पर
Harminder Kaur
दर्द इनका भी
दर्द इनका भी
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी का सवेरा
जिंदगी का सवेरा
Dr. Man Mohan Krishna
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम्हें डर कैसा .....
तुम्हें डर कैसा .....
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
आधा चांद भी
आधा चांद भी
shabina. Naaz
नारी का क्रोध
नारी का क्रोध
लक्ष्मी सिंह
💐प्रेम कौतुक-396💐
💐प्रेम कौतुक-396💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"नशा इन्तजार का"
Dr. Kishan tandon kranti
अपने पल्ले कुछ नहीं पड़ता
अपने पल्ले कुछ नहीं पड़ता
Shekhar Chandra Mitra
देह मिलन
देह मिलन
Kavita Chouhan
Love is beyond all the limits .
Love is beyond all the limits .
Sakshi Tripathi
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
हर कोरे कागज का जीवंत अल्फ़ाज़ बनना है मुझे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
अतीत
अतीत
Neeraj Agarwal
मन
मन
Pakhi Jain
सारे निशां मिटा देते हैं।
सारे निशां मिटा देते हैं।
Taj Mohammad
Loading...