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27 Sep 2022 · 1 min read

भजन

मां ब्रम्हचारिणी आ जाओ, मन मंदिर तुम्हें बुलाती हूँ।
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मां ब्रम्हचारिणी आ जाओ ,मन मंदिर तुम्हें बुलाती हूँ।
मां मुझको न अब तड़पाओ मैं श्रृद्धा सुमन चढ़ाती हूँ।

तुम ज्ञान की देवी हो माता,कुछ ज्ञान हमें भी दे देना,
सन्मार्ग राह दिखा जाओ, मनसे मां तुम्हे मनाती हूँ।

संसार तपस्या याद करे ,न कोई तुम्हारे जैसा हुआ,
मनवांछित फल देती जाओ, कर याद तुम्हें हर्षाती हूँ।

हाथों में माला ,कमण्डल है,तप की देवी कहते सब है,
श्रीशंकरशक्ति बनआओ,तेरे नामकी अलख जगाती हूँ।

संगीत तपस्या जीवन है,तप में ही हर्षित तन मन है,
‘सरिता’बिनती सुनती जाओ,चरणोंमें शीश झुकाती हूँ।

सुनीता गुप्ता ‘सरिता’ कानपुर उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
Tag: गीत
94 Views
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