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12 Mar 2023 · 1 min read

भगतसिंह की क़लम

आंसू में लहू मिलाकर
लिखे हैं गीत हमने
प्यार में चोट खाकर
लिखे हैं गीत हमने…
(१)
अपने दौर के सभी
जलते हुए सवालों पर
दूसरों को चुप पाकर
लिखे हैं गीत हमने…
(२)
दर्द-ए-जाना से लेकर
दर्द-ए-जमाना तक
सारे दर्द जगाकर
लिखे हैं गीत हमने…
(३)
कहीं मारे घुटन के
दम ही निकल न जाए
बंदिशों से घबराकर
लिखे हैं गीत हमने…
(४)
तख्त और ताज की
साज़िश से होने वाले
कितने ख़तरे उठाकर
लिखे हैं गीत हमने…
(५)
कोठरी से भगतसिंह की
हुई थी जो बरामद
वही कलम ले आकर
लिखे हैं गीत हमने…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#हल्ला_बोल #इंकलाब #इश्क #बदनाम
#बगावत #सियासत #आशिक #शायर
#बेरोजगार #गुमनाम #नाकाम #दर्द #टीस
#कसक #विद्रोही #प्रेमी #क्रांतिकारी #बागी #lyricist #bollywood #lyrics

Language: Hindi
239 Views

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