Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2024 · 1 min read

“बेल की महिमा”

विटामिन्स, मिनरल्स का,
रब्त नहीं बेमेल।
पेक्टिन, म्यूसीलेज,फ़ाइबर,
सबकी रेलमपेल।

शरबत, पना, मुरब्बा, बर्फ़ी,
टॉफी हैं पचमेल l
बेलपत्र शिव पर चढ़ें,
मिटते पाप अझेल ll

पियो शिकँजी प्रेम से.
खाकर लय्या-भेल।
बवासीर के रोग पर.
फ़ौरन कसे नकेल।।

व्याधि, व्यग्रता से कहो,
जाकर लाए तेल।
रोगों की हर युक्ति ज्यों,
लगे, हो गई फेल।।

कितना भी मन को लगे,
गयी छूट अब रेल।
पर यौवन की वृद्धि कर,
तुरत कराता मेल।।

वृद्ध व्यक्ति भी जोश मेँ,
रहा कबड्डी खेल।
क़ब्ज़, दस्त, हर मर्ज़ मेँ,
राहत देता बेल..!

##———##——–##

Language: Hindi
6 Likes · 6 Comments · 97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं
चकोर हूं मैं कभी चांद से मिला भी नहीं
सत्य कुमार प्रेमी
मुझको मेरी लत लगी है!!!
मुझको मेरी लत लगी है!!!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शब की रातों में जब चाँद पर तारे हो जाते हैं,
शब की रातों में जब चाँद पर तारे हो जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ज्ञान से शिक्षित, व्यवहार से अनपढ़
ज्ञान से शिक्षित, व्यवहार से अनपढ़
पूर्वार्थ
पहले की औरतों के भी ख़्वाब कई सजते थे,
पहले की औरतों के भी ख़्वाब कई सजते थे,
Ajit Kumar "Karn"
इरशा
इरशा
ओंकार मिश्र
किसी की याद मे आँखे नम होना,
किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*प्रणय*
वाणी में शालीनता ,
वाणी में शालीनता ,
sushil sarna
अपना पन तो सब दिखाते है
अपना पन तो सब दिखाते है
Ranjeet kumar patre
भ्रम
भ्रम
Dr.Priya Soni Khare
बावला
बावला
Ajay Mishra
राम राज्य
राम राज्य
Shriyansh Gupta
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
कवि दीपक बवेजा
3358.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3358.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
Taj Mohammad
वो तेरी पहली नज़र
वो तेरी पहली नज़र
Yash Tanha Shayar Hu
*स्वस्थ देह दो हमको प्रभु जी, बाकी सब बेकार (गीत)*
*स्वस्थ देह दो हमको प्रभु जी, बाकी सब बेकार (गीत)*
Ravi Prakash
इज़हार करके देखो
इज़हार करके देखो
Surinder blackpen
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
गीता हो या मानस
गीता हो या मानस
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जब कोई हो पानी के बिन……….
जब कोई हो पानी के बिन……….
shabina. Naaz
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
gurudeenverma198
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
दर्द की धुन
दर्द की धुन
Sangeeta Beniwal
Loading...