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16 Aug 2021 · 1 min read

बेपनाह मुहब्बत

बेपनाह मुहब्बत आखिर इक दिन
मर ही जाती है, आखिर इक दिन

कुछ सह जाते, कुछ कह जाते हैं
कुछ उम्र भर घुट- घुट ढह जाते हैं
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
2 Likes · 2 Comments · 392 Views
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