बेटी
बेटी!
काल्हि बेटी नैहिरे में रहिते रहे।
अइला के बुढ़वा वर से बिआहल रहे।
नैहिरा में धिया पुता होइत रहे।
गरीब बुढ़वा वर आवैत जाइत रहे।
गरीब बुढ़वा वर कुलिन जे रहे ।
बुढ़वा वर के पांचम बिआह जे रहे।
बुढ़वा वर सभ सासुर जायत जे रहे।
नाती नतिनी के नाना नानी पोसत रहे।
नाना नानी कुलिन जमींदार जे रहे।
बेटी!
आई बेटी के शादी गांव में कैलै हैय।
दामाद कमाय लेल, गेल अरब हैय।
बेटा बेटी पढाई लेल ,बेटी शहर आयल हैय।
माइ बाप शहर में बसैत हैय।
बेटी, बाप के शहर में ,भाड़ा के घर में हैय।
बाप घर भाई भौजाई के हो गेल हैय।
बेटी, बेटी न,पराई भे गेल हैय।
नाती नतिनी से नाना नानी मिलैत हैय।
रामा नाना नानी के ,न घर जे हैय।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन ।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।!