Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2017 · 1 min read

बेटी है श्रिष्टि का आधार

बेटी है श्रिष्टि का आधार।
बेटी स्वयम् है अथाह प्यार।

बेटी का अनादर पाप।
अनदेखी घोर अभिशाप।
अभागे हैं वे यकीनन,
जो मारते हैं चुपचाप।
भ्रूण हत्या पशुवत व्यवहार।
बेटी है श्रिष्टि का आधार।

बेटी बेटे सेस ज्यादा।
पक्का है उसका वादा।
हरगिज नहीं बदला कभी,
बेटी का लौह इरादा।
बेटी में है ममता अपार।
बेटी है श्रिष्टि का आधार।

बेटी से संसार बना।
है उससे अभिमान घना।
वह पकड़े रहती कसके,
उससे जगताधार तना।
‘सहज’ गिनाए न ओ उपकार।
बेटी है श्रिष्टि का आधार।
@डा०रघुनाथ मिश्र ‘सहज’
अधिवक्ता /साहित्यकार
सर्वाधिकार सुरक्षित

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Comment · 344 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from DrRaghunath Mishr
View all
You may also like:
बारिश और उनकी यादें...
बारिश और उनकी यादें...
Falendra Sahu
'खिदमत'
'खिदमत'
Godambari Negi
बुद्ध को हड़पने की साज़िश
बुद्ध को हड़पने की साज़िश
Shekhar Chandra Mitra
कविता बाजार
कविता बाजार
साहित्य गौरव
मन मंदिर के कोने से
मन मंदिर के कोने से
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गीतिका-
गीतिका-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इल्तिजा
इल्तिजा
Bodhisatva kastooriya
किताबें
किताबें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तेरी खैर मांगता हूं।
तेरी खैर मांगता हूं।
Taj Mohammad
"जीना-मरना"
Dr. Kishan tandon kranti
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
shabina. Naaz
*तेरे साथ जीवन*
*तेरे साथ जीवन*
AVINASH (Avi...) MEHRA
नर नारी
नर नारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
काँटा और गुलाब
काँटा और गुलाब
Anamika Singh
ना झुका किसी के आगे
ना झुका किसी के आगे
gurudeenverma198
Gazal 25
Gazal 25
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रंग आख़िर किसलिए
रंग आख़िर किसलिए
*Author प्रणय प्रभात*
हो भासा विग्यानी।
हो भासा विग्यानी।
Acharya Rama Nand Mandal
💐अज्ञात के प्रति-99💐
💐अज्ञात के प्रति-99💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बेताब दिल की तमन्ना
बेताब दिल की तमन्ना
VINOD KUMAR CHAUHAN
गजल
गजल
Punam Pande
फितरत है इंसान की
फितरत है इंसान की
आकाश महेशपुरी
आत्म बोध
आत्म बोध
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नदी को बहने दो
नदी को बहने दो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*अच्छी आदत रोज की*
*अच्छी आदत रोज की*
Dushyant Kumar
मदार चौक
मदार चौक
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
सुप्रभात
सुप्रभात
Seema Verma
उसे मलाल न हो
उसे मलाल न हो
Dr fauzia Naseem shad
दवा के ठाँव में
दवा के ठाँव में
Dr. Sunita Singh
फालतू की शान औ'र रुतबे में तू पागल न हो।
फालतू की शान औ'र रुतबे में तू पागल न हो।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...