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6 Apr 2020 · 1 min read

बेटियां

बेटियां
सृष्टि की अनमोल धरोहर जग की सबसे न्यारी है
घर वो मंदिर हो जाता बेटी जहां दुलारी हो
रखती सबको पलकों पर सबका सम्मान बचाती है
बेटी ही संसार में ममता की मूरत बन आती है
नहीं कोई भी बेटी बिन इस जग में खुश रह पाता है
बेटी से चलता है जीवन बेटी बिन रुक जाता है
बेटी का सम्मान करो उसे जग से प्यार सिखाओ
बेटी को सारे जग का मतलब भी बताओ

✍? पंडित शैलेन्द्र शुक्ला
?writer_shukla

To be continued……..

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 2 Comments · 387 Views
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