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29 Nov 2024 · 1 min read

बेचैनी सी रहती है सुकून की तलाश में

बेचैनी सी रहती है सुकून की तलाश में
टूटे किनारों पे बैठा हूँ समन्दर की तलाश में…!

ये भी बिखरें है और मैं भी एक जैसे हालात
ये बह गए मैं थम गया बस खोए है अपनी तलाश में…!

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