*बुरा आया कोरोना 【हास्य कुंडलिया】
*बुरा आया कोरोना 【हास्य कुंडलिया】*
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कोरोना से हो गए , नेता जी मजबूर
बड़ी सभाएँ अब कहाँ ,माइक से अब दूर
माइक से अब दूर ,नहीं अब भाषणबाजी
द्वार – द्वार संपर्क ,इसी से जनता राजी
कहते रवि कविराय ,कर रहे रोना-धोना
घिसते चप्पल – पैर , बुरा आया कोरोना
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997 615451