Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 1 min read

बुंदेली दोहा बिषय- नानो (बारीक)

बुंदेली दोहा बिषय- नानो (बारीक)

चकिया यह संसार है , #राना समझो बात |
जीवन भी नानो घुरत , पाट ‌ बनै दिन रात ||

समझों नानो है जगत , घूमत रत सब गोल |
तितर -बितर #राना सबइ , लुकबेें खोजत पोल ||

नानो नोनी सब सुनो , का चल रव बतकाव |
फिर तुम सोच विचार कैं , #राना रखियौ भाव ||

#राना नानो नोन हौ , करत गुचू सौ काम |
यैसइ हौतइ संत है , करैं ऊजरौ नाम ||

नानी नातिन से कहै , सुन लौ मौरे भाव |
नानो नोनों जो मिलै , #राना हृदय बसाव ||
*** दिनांक-5-6-2023
© राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com

2 Likes · 50 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
श्याम सिंह बिष्ट
बेरोजगारों को वैलेंटाइन खुद ही बनाना पड़ता है......
बेरोजगारों को वैलेंटाइन खुद ही बनाना पड़ता है......
कवि दीपक बवेजा
अल्फ़ाज़ मुख़्तसर हैं
अल्फ़ाज़ मुख़्तसर हैं
Dr fauzia Naseem shad
जिसे मैं ने चाहा हद से ज्यादा,
जिसे मैं ने चाहा हद से ज्यादा,
Sandeep Mishra
प्रेम की बात जमाने से निराली देखी
प्रेम की बात जमाने से निराली देखी
Vishal babu (vishu)
एक ग़ज़ल लिख रहा हूं।
एक ग़ज़ल लिख रहा हूं।
Taj Mohammad
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
Shakil Alam
बाल वीर हनुमान
बाल वीर हनुमान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"मैंने दिल तुझको दिया"
Ajit Kumar "Karn"
वो प्रकाश बन कर आई जिंदगी में
वो प्रकाश बन कर आई जिंदगी में
J_Kay Chhonkar
देश के हित मयकशी करना जरूरी है।
देश के हित मयकशी करना जरूरी है।
सत्य कुमार प्रेमी
"मेरे पास भी रखी है स्याही की शीशी। किस पर फेंकूं कि सुर्ख़िय
*Author प्रणय प्रभात*
"स्नेह सभी को देना है "
DrLakshman Jha Parimal
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
फ़ितरत-ए-धूर्त
फ़ितरत-ए-धूर्त
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
आदित्य(सूरज)!
आदित्य(सूरज)!
Abhinay Krishna Prajapati
देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ
देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ
gurudeenverma198
कवि की नज़र से - पानी
कवि की नज़र से - पानी
बिमल
शेर
शेर
Rajiv Vishal (Rohtasi)
मां की परीक्षा
मां की परीक्षा
Seema 'Tu hai na'
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
2482.पूर्णिका
2482.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पत्नी के जन्मदिन पर....
पत्नी के जन्मदिन पर....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" नारी का दुख भरा जीवन "
Surya Barman
💐अज्ञात के प्रति-51💐
💐अज्ञात के प्रति-51💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वर्तमान परिवेश और बच्चों का भविष्य
वर्तमान परिवेश और बच्चों का भविष्य
Mahender Singh
देशवा के बचालअ
देशवा के बचालअ
Shekhar Chandra Mitra
'ख़त'
'ख़त'
Godambari Negi
लम्हा भर है जिंदगी
लम्हा भर है जिंदगी
Dr. Sunita Singh
Loading...