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23 Nov 2022 · 1 min read

*बुंदेली दोहा बिषय- डेकची*

बुंदेली दोहा बिषय- डेकची

#राना कत है डेकची , करत सबइ है काम |
चूलै पै चढ़ जात है , करिया करतइ चाम ||

बनत महेरी डेकची , #राना बनतइ खीर |
चाय और सब्जी चुरै , सहै आग से पीर ||

छोटी बड़ी मजोल हैं ,#राना सबकै काम |
हर घर में है डेकची , करत काम अविराम ||

चूले से फुरसत मिलै , #राना नइँ आराम |
भरी जौन हैं डेकची , करैं परस में काम ||

डलिया में सब्जी रखी , धरी – धरी मुस्काय |
#राना घुस के डेकची , चुर- चुर कै खिल जाय ||

***21-11-2022

© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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