Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2022 · 1 min read

*बुंदेली दोहा बिषय- डेकची*

*बुंदेली दोहा बिषय- डेकची*

#राना कत है डेकची , करत सबइ है काम |
चूलै पै चढ़ जात है , करिया करतइ चाम ||

बनत महेरी डेकची , #राना बनतइ खीर |
चाय और सब्जी चुरै , सहै आग से पीर ||

छोटी बड़ी मजोल हैं ,#राना सबकै काम |
हर घर में है डेकची , करत काम अविराम ||

चूले से फुरसत मिलै , #राना नइँ आराम |
भरी जौन हैं डेकची , करैं परस में काम ||

डलिया में सब्जी रखी , धरी – धरी मुस्काय |
#राना घुस के डेकची , चुर- चुर कै खिल जाय ||

***21-11-2022

*© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़*
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

1 Like · 63 Views
You may also like:
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
💐अज्ञात के प्रति-76💐
💐अज्ञात के प्रति-76💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव
Mukesh Jeevanand
बचपन की यादों को यारो मत भुलना
बचपन की यादों को यारो मत भुलना
Ram Krishan Rastogi
वही दरिया के  पार  करता  है
वही दरिया के पार करता है
Anil Mishra Prahari
भगवान श्री परशुराम जयंती
भगवान श्री परशुराम जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
हिन्दू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
निशांत 'शीलराज'
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
आशा किरण
आशा किरण
Jeewan Singh
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
खाना-कमाना सीखिगा, चोरियॉं अच्छी नहीं (हिंदी गजल/ गीतिका)
खाना-कमाना सीखिगा, चोरियॉं अच्छी नहीं (हिंदी गजल/ गीतिका)
Ravi Prakash
"हे वसन्त, है अभिनन्दन.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
होली -रमजान ,दीवाली
होली -रमजान ,दीवाली
DrLakshman Jha Parimal
मजदूर दिवस पर
मजदूर दिवस पर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मातृ दिवस या मात्र दिवस ?
मातृ दिवस या मात्र दिवस ?
विशाल शुक्ल
किंकर्तव्यविमुढ़
किंकर्तव्यविमुढ़
पूनम झा 'प्रथमा'
सागर सुखा है अपनी मर्जी से..
सागर सुखा है अपनी मर्जी से..
कवि दीपक बवेजा
दीवारें खड़ी करना तो इस जहां में आसान है
दीवारें खड़ी करना तो इस जहां में आसान है
Charu Mitra
बिस्तर की सिलवटों में
बिस्तर की सिलवटों में
Surinder blackpen
आज की प्रस्तुति: भाग 5
आज की प्रस्तुति: भाग 5
Rajeev Dutta
हमारा प्रेम
हमारा प्रेम
अंजनीत निज्जर
पत्नीजी मायके गयी,
पत्नीजी मायके गयी,
Satish Srijan
सूखा पत्ता
सूखा पत्ता
Dr Nisha nandini Bhartiya
सूरज की किरणों
सूरज की किरणों
Sidhartha Mishra
नारा पंजाबियत का, बादल का अंदाज़
नारा पंजाबियत का, बादल का अंदाज़
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
साल जो बदला है
साल जो बदला है
Dr fauzia Naseem shad
मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
Rajesh Kumar Arjun
रण
रण
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
याद तुम्हारी......।
याद तुम्हारी......।
Awadhesh Kumar Singh
सुख के क्षणों में हम दिल खोलकर हँस लेते हैं, लोगों से जी भरक
सुख के क्षणों में हम दिल खोलकर हँस लेते हैं, लोगों से जी भरक
ruby kumari
Loading...