Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Aug 2021 · 1 min read

बीच मझधार छोड़ चले गए

दर्द देने वाले बखूबी अपना काम कर गए,
हमदर्दी दिखाने वाले बीच मझधार छोड़ चले गए,

मालूम था हमें हमदर्द कोई नहीं दुनिया में,
बड़ी-बड़ी डींगे मारने वाले बीच मझधार छोड़ चले गए,

अच्छा किया, दर्द को और दर्द देकर नासूर बना दिया, याद हमेशा रहेगी जो बीच मझधार छोड़ चले गए,

रिश्तो पर भरोसा ना करना वह हमें सिखा गए,
कौन था अपना और कौन था पराया हमें बता गए,

जिंदगी काटनी है हमें अकेली, हमें सिखा गए,
जो हमें बीच मझधार छोड़ चले गए…

उमेंद्र कुमार

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 470 Views
You may also like:
आपके अन्तर मन की चेतना अक्सर जागृत हो , आपसे , आपके वास्तविक
आपके अन्तर मन की चेतना अक्सर जागृत हो , आपसे...
Seema Verma
💐💐यह सफ़र कभी ख़त्म नहीं होगा💐💐
💐💐यह सफ़र कभी ख़त्म नहीं होगा💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
شعر
شعر
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद ।
जली आग में होलिका ,बचे भक्त प्रहलाद ।
Rajesh Kumar Kaurav
"छत्रपति शिवाजी महाराज की गौभक्ति"
Pravesh Shinde
हिन्द का बेटा हूँ
हिन्द का बेटा हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उत्साह एक प्रेरक है
उत्साह एक प्रेरक है
Buddha Prakash
✍️हुए बेखबर ✍️
✍️हुए बेखबर ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
तेरी डोली से भी बेहतर
तेरी डोली से भी बेहतर
gurudeenverma198
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਲਫਜ਼ ਚੁੱਪ ਨੇ
rekha mohan
गुरु मंत्र
गुरु मंत्र
Shekhar Chandra Mitra
कोई भी
कोई भी
Dr fauzia Naseem shad
"भूल जाना ही बेहतर है"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे पापा
मेरे पापा
Anamika Singh
माँ शारदे...
माँ शारदे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सब स्वीकार है
सब स्वीकार है
Saraswati Bajpai
जुबां पर मत अंगार रख बरसाने के लिए
जुबां पर मत अंगार रख बरसाने के लिए
Anil Mishra Prahari
किरदार
किरदार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
परिचय- राजीव नामदेव राना लिधौरी
परिचय- राजीव नामदेव राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ एक शेर
■ एक शेर
*Author प्रणय प्रभात*
पवन वसंती झूम रही है
पवन वसंती झूम रही है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
उलझनों से तप्त राहें, हैं पहेली सी बनी अब।
उलझनों से तप्त राहें, हैं पहेली सी बनी अब।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
✍️चश्म में उठाइये ख़्वाब...
✍️चश्म में उठाइये ख़्वाब...
'अशांत' शेखर
सारी व्यंजन-पिटारी धरी रह गई (हिंदी गजल/गीतिका)
सारी व्यंजन-पिटारी धरी रह गई (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
हिंदी शायरी संग्रह
हिंदी शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
Rajesh Kumar Arjun
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kamal Deependra Singh
'निशा नशीली'
'निशा नशीली'
Godambari Negi
Loading...