Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2017 · 1 min read

“बिटियाँ . . .”

रब का अनमोल वरदान बिटियाँ हैं |
ज़ैसे की, तुफ़ान से टकराता दिया हैं |

रिश्तों के ध़ागें तो अक़्सर बिख़र ज़ाते,
मगर, दो परिवारों को ज़िसने सिया हैं |

प्यार के किस्से तो बड़े शौक से सुने ज़ाते,
इन बेटियों से ही तो प्रेमीयों की प्रिया हैं |

समज़ – समज़ कर समज़ सको तो,
रब की पैंगाम भिज़वाती चिठ़ियाँ हैं |

गर्भपात करनेवालों अभी तो सुध़रो,
लड़की नहीं, तो लड़के देंगे किसे ज़िया हैं?

ज़ब बेटि ही नहीं, तो फ़िर पापा कैसे?
फ़िर, पापाओं की कौंन बनेगी परियाँ हैं?

ओ माट़ी के पुतलो अब तो होश में आओ,
बेटियाँ ही तो सोने की रानी गुड़ीयाँ हैं |

यहाँ बातें तो होती बड़ी परंपराओं की,
बेटि से ही माथें की बिंदी और चुड़ीयाँ हैं |

✍? प्रदिपकुमार साख़रे
?+917359996358.

622 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Pradipkumar Sackheray

You may also like:
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
I knew..
I knew..
Vandana maurya
नववर्ष
नववर्ष
Vijay kumar Pandey
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
पर्यावरण दिवस पर विशेष गीत
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
आज़ाद सोच लिखे आज़ादी ,
आज़ाद सोच लिखे आज़ादी ,
Skanda Joshi
ग़ज़ल - इश्क़ है
ग़ज़ल - इश्क़ है
Mahendra Narayan
When you realize that you are the only one who can lift your
When you realize that you are the only one who can lift your
Manisha Manjari
जरूरत
जरूरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ
माँ
नन्दलाल सुथार "राही"
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
पलक-पाँवड़े
पलक-पाँवड़े
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
2321.पूर्णिका
2321.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
करुणा के बादल...
करुणा के बादल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मिसाल (कविता)
मिसाल (कविता)
Kanchan Khanna
माँ
माँ
ओंकार मिश्र
पहला सुख निरोगी काया
पहला सुख निरोगी काया
जगदीश लववंशी
"तलाश उसकी रखो"
Dr. Kishan tandon kranti
हवा में हाथ
हवा में हाथ
रोहताश वर्मा मुसाफिर
छोड़ चली तू छोड़ चली
छोड़ चली तू छोड़ चली
gurudeenverma198
गुमनाम शायरी
गुमनाम शायरी
Shekhar Chandra Mitra
मायापुर यात्रा की झलक
मायापुर यात्रा की झलक
Pooja Singh
*हे महादेव आप दया के सागर है मैं विनती करती हूं कि मुझे क्षम
*हे महादेव आप दया के सागर है मैं विनती करती हूं कि मुझे क्षम
Shashi kala vyas
अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू
अमर शहीद भगत सुखदेव राजगुरू
Satish Srijan
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
हां मैं पारस हूं, तुम्हें कंचन बनाऊंगी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुझे कृष्ण बनना है मां
मुझे कृष्ण बनना है मां
Surinder blackpen
मैथिली हाइकु / Maithili Haiku
मैथिली हाइकु / Maithili Haiku
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
कुछ अलग लिखते हैं। ।।।
Tarang Shukla
संत गाडगे संदेश
संत गाडगे संदेश
Vijay kannauje
Loading...