बाल कविता

*सर्दी का मौसम*
(बाल-कविता)
सर्दी का मौसम जब आया।
पापा ऊनी कपड़े लाया।।
रंग-बिरंगे ऊनी कपड़े।
पहन इन्हें हम लगते तगड़े।।
प्यारी लगती हमें रजाई।
ओढ़ इसे हम करें पढ़ाई।।
पढ़कर इसमें सो जाते हैं।
सपनों में फिर खो जाते हैं।।
धूप हमें है ख़ूब सुहाती।
रोज बिटामिन डी दे जाती।।
ऊनी कपड़े टोपी जूते।
ठंड न तन को छूने देते।।
#कवि- आर.एस. ‘प्रीतम’