Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2024 · 1 min read

बार -बार दिल हुस्न की ,

बार -बार दिल हुस्न की ,
पढ़ता रहा किताब ।
उल्फ़त का हर वर्क था,
उलझा हुआ जवाब ।।

सुशील सरना / 3-4-24

83 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
Dheerja Sharma
गम
गम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*तेरे साथ जीवन*
*तेरे साथ जीवन*
AVINASH (Avi...) MEHRA
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
Rj Anand Prajapati
..
..
*प्रणय प्रभात*
Who am I?
Who am I?
Otteri Selvakumar
__________सुविचार_____________
__________सुविचार_____________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
अँधेरा
अँधेरा
sushil sarna
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
रोक दो ये पल
रोक दो ये पल
Dr. Rajeev Jain
मेरे जीवन में जो कमी है
मेरे जीवन में जो कमी है
Sonam Puneet Dubey
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पंडित मदनमोहन मालवीय
पंडित मदनमोहन मालवीय
नूरफातिमा खातून नूरी
रे कागा
रे कागा
Dr. Kishan tandon kranti
वीर जवान
वीर जवान
Shriyansh Gupta
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*जीवन में जो सोचा सब कुछ, कब पूरा होता है (हिंदी गजल)*
*जीवन में जो सोचा सब कुछ, कब पूरा होता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मजदूर है हम
मजदूर है हम
Dinesh Kumar Gangwar
जीवन का किसी रूप में
जीवन का किसी रूप में
Dr fauzia Naseem shad
जीव-जगत आधार...
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
3380⚘ *पूर्णिका* ⚘
3380⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
सत्य कुमार प्रेमी
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Harminder Kaur
अनोखा बंधन...... एक सोच
अनोखा बंधन...... एक सोच
Neeraj Agarwal
Loading...