बहुत हैं फायदे तुमको बतायेंगे मुहब्बत से।

गज़ल
1222……1222…….1222…….1222
बहुत हैं फायदे तुमको बतायेंगे मुहब्बत से।
हमारी जिंदगी में रंग सब आये हैं उल्फत से।
मुहब्बत जिसने की उसको यही अहसास होता है,
उन्हें लगता है जैसे लौट कर आए हैं जन्नत से।
मुहब्बत में ही मैंने उसका इक दिन हाथ थामा था,
तभी से आज तक जीता हूॅं बरखुरदार इज्ज़त से।
कभी भूलो न उस मालिक को जो हम सबका रखवाला,
सभी कुछ सबको हासिल है उसी ईश्वर की रहमत से।
भले ही दूरियां दो गज की हों बर्दाश्त कब मुझको,
मुहब्बत में मुझे लगता है डर यारो मसाफत से।
नहीं जीने दिया लैला व मजनू हीर रांझा को,
हमेशा दूर ही रखना मुहब्बत को सियासत से।
मुहब्बत है खुदा की देन बस ‘प्रेमी’ को है हासिल,
निभाना है मुहब्बत को तुम्हें जी जान सिद्दत से ।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी