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14 Aug 2021 · 1 min read

बहता दरिया

तुम बिन ये मन भी बच्चा लगता है
माँ तुम बिन ये घर बौना लगता है

ऐसा मौसम तुम संग लेते आना
बहता दरिया भी मीठा लगता है
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
2 Likes · 510 Views
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