Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2022 · 1 min read

बलिदानी सैनिक की कामना (कविता)

बलिदानी सैनिक की कामना
******************************
एक रात जब एक वीर सैनिक सपने में आया
मैंने उसको कर प्रणाम फिर अपना शीश
झुकाया

कहा देश पर अमर वीर बलिदानी आप
कहाते
धन्य धन्य स्मरण आपको करके हम हो जाते

सदा देश बलिदान आपका युग युग तक
गाएगा
मेले लगते सदा रहेंगे जब अवसर आएगा

श्रेष्ठ आप की बलिदानी युग युग जीवित है
गाथा
इस गाथा से सदा हिन्द का होगा ऊँचा माथा

सैनिक बोला “मुझे खेद है मेरी आत्मा रोती
वीरों की क्या मृत्यु इस तरह बस के अंदर
होती

मरने का डर नहीं मुझे घर का दुख नहीं
सताता
मुझे ख्याल कब माँ बाबा बेटा बेटी का आता

दुख यह नहीं मुझे है पत्नी पर अब क्या बीतेगी
समर गृहस्थी का कैसे वह इस जग में
जीतेगी

मुझे खेद है मेरा यह जीवन कुछ काम न
आया
बैठे-बैठे अरे व्यर्थ ही मैंने प्राण गँवाया

काश ! युद्ध में मैंने भी होती बंदूक उठाई
काश ! वीरगति लड़ते-लड़ते कहता मैंने पाई

यह मेरा बलिदान बड़ा होता यदि मै टकराता
मां का कर्ज उतर जाता यदि मैं दो-चार
गिराता

खेद! कायरों जैसी हरकत दुश्मन ने
दिखलाई
वीर सामने से आते हैं उसने पीठ दिखाई

चेहरा छिपा लड़ा जो छल से उसे वीर क्या
कहना
मेरा क्या था! मुझे वीरगति- धारा में था
बहना

जन्म लिया तो यही कामना है फिर भारत
पाऊं
लड़ूँ देश के लिए वीरगति पाकर मैं फिर
जाऊं
********************************
रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश) मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
Tag: कविता
230 Views

Books from Ravi Prakash

You may also like:
माता  रानी  का लगा, है सुंदर  दरबार।
माता रानी का लगा, है सुंदर दरबार।
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
कृष्णा को कृष्णा ही जाने
कृष्णा को कृष्णा ही जाने
Satish Srijan
एक शे'र
एक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
प्रेम का गीत ही, हर जुबान पर गाया जाए
प्रेम का गीत ही, हर जुबान पर गाया जाए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
काश हम बच्चे हो जाते
काश हम बच्चे हो जाते
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"Hope is the spark that ignites the fire of possibility,...
Manisha Manjari
*नेता जेलों में गए, सुख-सुविधा के साथ (कुंडलिया)*
*नेता जेलों में गए, सुख-सुविधा के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उसूल है।
उसूल है।
Taj Mohammad
*आशिक़*
*आशिक़*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाल मनोविज्ञान
बाल मनोविज्ञान
Pakhi Jain
✍️फिर वही आ गये...
✍️फिर वही आ गये...
'अशांत' शेखर
रात
रात
अंजनीत निज्जर
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रिश्ता
रिश्ता
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
***
*** " कभी-कभी...! " ***
VEDANTA PATEL
तार वीणा का हृदय में
तार वीणा का हृदय में
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
करें आराधना मां की, आ गए नौ दिन शक्ति के।
करें आराधना मां की, आ गए नौ दिन शक्ति के।
umesh mehra
■ आज का ज्ञान...
■ आज का ज्ञान...
*Author प्रणय प्रभात*
रोशनी की भीख
रोशनी की भीख
Shekhar Chandra Mitra
हुनर पे शायरी
हुनर पे शायरी
Vijay kumar Pandey
निकलते हो अगर चुपचाप भी तो जान लेता हूं..
निकलते हो अगर चुपचाप भी तो जान लेता हूं..
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बोलती तस्वीर
बोलती तस्वीर
राकेश कुमार राठौर
इजहार ए मोहब्बत
इजहार ए मोहब्बत
साहित्य गौरव
💐प्रेम कौतुक-432💐
💐प्रेम कौतुक-432💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
स्त्री मन
स्त्री मन
Surinder blackpen
पेपर वाला
पेपर वाला
मनोज कर्ण
जागो।
जागो।
Anil Mishra Prahari
वाक़िफ न हो सके हम
वाक़िफ न हो सके हम
Dr fauzia Naseem shad
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
Loading...