बनना है नेक इन्सान बनों
बनना है एक नेक इन्सान बनों
उदारता की पहचान बनों
किसान बन कर फसल उगाओ
सारे जनता को अन्न खिलाओ।
बनना है एक नेक इन्सान बनो
शिक्षक बन कर विद्या दान करो
छात्रों को सहीं पाठ पढ़ाओ
छात्रों को मंजिल तक पहुँचाओं
तुम अपना फर्ज निभाओं।
बनना है नेक इन्सान बनो
सिपाही बन कर देश की रक्षा करों
सीमाओं की सुरक्षा करों।
बनना है नेक इन्सान बनों
चापलूसों को अपने से दूर करो
झूठ को जीवन से दूर करो
सदा सत्य को आत्मसात् करो
इमान की रोटी प्रेम से ग्रहण करो।
बनना है नेक इन्सान बनों
देश समाज की पहचान बनों
अपराध को रोक लो आज
अन्याय का विरोध कर लो आज।
बनना है नेक इन्सान बनो
समाज, देश की एक मिसाल बनों
कलम को हथियार बना लो
दुनियाँ को कलम की ताकत बतला दो।
बनना है नेक इन्सान बनो
मालिक बन कर अहं न लाओ
उस मजदूर पर भी तरस तो खाओ
उस मजदूर की करो न शोषण
वही करता है तुम्हारा पोषण।
बनना है नेक इन्सान बनो
एक चिकित्सक बन कर
मरीजो की सेवा तो कर लो
उस गरीब मरीज की आशीष तो ले लो।
बनना है नेक इन्सान बनो
सारे जहाँ की अलग पहचान बनों
सारे जहाँ की अलग पहचान बनों।।।
राकेश कुमार राठौर
चाम्पा (छत्तीसगढ़)