Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2024 · 1 min read

बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।

बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
सीधी मुंह बात नही करते ।
है तेरे रिश्ते का अस्तित्व खतरे में।
जहां केवल अपना एक स्वार्थ हो उसे प्यार नही कहते।
दुनिया में रहकर ये सीखा है आनंद।
हो मोहब्बत जिनसे बेपनाह वो वक्त का रोना नहीं रोते।

RJ Anand Prajapati

137 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

रतन टाटा जी
रतन टाटा जी
Paurnima Sanjay Kumbhar
पता है क्यों...
पता है क्यों...
Manisha Wandhare
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मेरी मोमबत्ती तुम।
मेरी मोमबत्ती तुम।
Rj Anand Prajapati
//मैं नहीं//
//मैं नहीं//
Koमल कुmari
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी
Surinder blackpen
4001.💐 *पूर्णिका* 💐
4001.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हिंदी का अपमान
हिंदी का अपमान
Shriyansh Gupta
जय हनुमान
जय हनुमान
Neha
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
मतदान करो
मतदान करो
पूर्वार्थ
ध्यान-रूप स्वरुप में जिनके, चिंतन चलता निरंतर;
ध्यान-रूप स्वरुप में जिनके, चिंतन चलता निरंतर;
manjula chauhan
सोन चिरैया
सोन चिरैया
Mukta Rashmi
ये कैसी दीवाली
ये कैसी दीवाली
Satish Srijan
दो बहनें
दो बहनें
Mahesh Jain 'Jyoti'
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
Priya princess panwar
कपितय देवतुल्य महामहीम  लोगो ने 'जाहिल'  मुझे नाम दे रखा है।
कपितय देवतुल्य महामहीम लोगो ने 'जाहिल' मुझे नाम दे रखा है।
Ashwini sharma
वासियत जली थी
वासियत जली थी
भरत कुमार सोलंकी
चाँद को चोर देखता है
चाँद को चोर देखता है
Rituraj shivem verma
आजादी...
आजादी...
Harminder Kaur
sp71 अपनी भी किस्मत क्या कहिए
sp71 अपनी भी किस्मत क्या कहिए
Manoj Shrivastava
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
" मौत "
Dr. Kishan tandon kranti
उम्मीद की नाव
उम्मीद की नाव
Karuna Goswami
मेरी आँखों में देखो
मेरी आँखों में देखो
हिमांशु Kulshrestha
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
DrLakshman Jha Parimal
संकुचित नहीं है ध्येय मेरा
संकुचित नहीं है ध्येय मेरा
Harinarayan Tanha
देख लेते
देख लेते
Dr fauzia Naseem shad
अपना  निर्णय  आप  करो।
अपना निर्णय आप करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
श्री रमेश जैन द्वारा
श्री रमेश जैन द्वारा "कहते रवि कविराय" कुंडलिया संग्रह की सराहना : मेरा सौभाग्य
Ravi Prakash
Loading...