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24 Jul 2019 · 1 min read

बदलना चाहते हैं

बदलना चाहते हैं

वो चाहते हैं
पूरी दुनिया को बदलना
इसी उद्देश्य से
लगाते है शाखाएं
गांव-गांव
शहर-शहर
लेकिन अफसोस
खुद को नहीं
बदलना चाहते

-विनोद सिल्‍ला

Language: Hindi
Tag: कविता
312 Views
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