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11 Feb 2023 · 1 min read

मां के आंचल में

बड़े हो गए नहीं है शिशुपन,
सोचकर ऐसा न घबराना।
मन अधीर कभी जब हो जाये,
मां के आँचल में छिप जाना।

-सतीश सृजन

Language: Hindi
515 Views
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