Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

बड़े हुए सब चल दिये,

बड़े हुए सब चल दिये,
अपने – अपने नीड़ ।
माँ आँखों से पोंछती,
पुत्र विरह की पीड़ ।।

सुशील सरना / 12-5-25

84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

राम- नाम माहात्म्य
राम- नाम माहात्म्य
Dr. Upasana Pandey
वेदना
वेदना
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सपनों पर इंसान का,
सपनों पर इंसान का,
sushil sarna
तू राह है मेरी
तू राह है मेरी
Shinde Poonam
Dear  Black cat 🐱
Dear Black cat 🐱
Otteri Selvakumar
मैं ही राष्ट्रपिता
मैं ही राष्ट्रपिता
Sudhir srivastava
जीत हमेशा सत्य और न्याय की होती है, भीड़ की नहीं
जीत हमेशा सत्य और न्याय की होती है, भीड़ की नहीं
Sonam Puneet Dubey
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
"रहबर"
Dr. Kishan tandon kranti
नवगीत : हर बरस आता रहा मौसम का मधुमास
नवगीत : हर बरस आता रहा मौसम का मधुमास
Sushila joshi
बड़े एहसानफ़रामोश - बेगैरत हैं वो
बड़े एहसानफ़रामोश - बेगैरत हैं वो
Atul "Krishn"
*धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें (गीत)*
*धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें (गीत)*
Ravi Prakash
जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं
जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं
Rituraj shivem verma
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
माँ का प्यार है अनमोल
माँ का प्यार है अनमोल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
अंसार एटवी
कलिपुरुष
कलिपुरुष
Sanjay ' शून्य'
पुलिस की चाल
पुलिस की चाल
नेताम आर सी
हिंग्लिश
हिंग्लिश
Shailendra Aseem
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
आजादी का पर्व
आजादी का पर्व
Parvat Singh Rajput
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तेवरी’ का शिल्प ग़ज़ल का है ‘ + देवकीनन्दन ‘शांत’
तेवरी’ का शिल्प ग़ज़ल का है ‘ + देवकीनन्दन ‘शांत’
कवि रमेशराज
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
Sunil Maheshwari
4166.💐 *पूर्णिका* 💐
4166.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
Karuna Goswami
कविता
कविता
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
उनको असफलता अधिक हाथ लगती है जो सफलता प्राप्त करने के लिए सह
उनको असफलता अधिक हाथ लगती है जो सफलता प्राप्त करने के लिए सह
Rj Anand Prajapati
Loading...