Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2023 · 1 min read

बजट

दृश्य मीडिया बाच किया,हर टी वी मैंने कैच किया
हर पेपर का संज्ञान लिया, विशेषज्ञों का भी ज्ञान लिया
बजट समझ न आया, क्या खोया क्या पाया
किसको क्या क्या मिल पाया, और नया क्या आया
कोई विकासशील बतलाते हैं, बातें कई बताते हैं
अपनी अल्प बुद्धि से हम, कुछ भी समझ न पाते हैं
घूम रहा है समय चक्र,हर साल बजट आते हैं
रूपया जो कर से आता है,हर साल खर्च हो जाता है
गैर जरूरी खर्चा हरदम,घाटा और बढ़ाता है
एक तरफ से देकर राहत, कहीं बोझ को और बढ़ाता है
बड़ा कठिन गणित बजट का,अच्छों अच्छों को समझ न आता है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 71 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी

You may also like:
मैं आंसू बहाता रहा,
मैं आंसू बहाता रहा,
अनिल अहिरवार"अबीर"
हर तरफ़ तन्हाइयों से लड़ रहे हैं लोग
हर तरफ़ तन्हाइयों से लड़ रहे हैं लोग
Shivkumar Bilagrami
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म
विमला महरिया मौज
आत्मा की आवाज
आत्मा की आवाज
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पिता
पिता
Mukesh Jeevanand
दलदल में फंसी
दलदल में फंसी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वो पास आने लगी थी
वो पास आने लगी थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भाव
भाव
Sanjay
हम कहां तुम से
हम कहां तुम से
Dr fauzia Naseem shad
*जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद
*जीवन में खुश रहने की वजह ढूँढना तो वाजिब बात लगती है पर खोद
Seema Verma
पुरुष की अभिलाषा स्त्री से
पुरुष की अभिलाषा स्त्री से
Anju ( Ojhal )
माँ का महत्व
माँ का महत्व
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चुप कर पगली तुम्हें तो प्यार हुआ है
चुप कर पगली तुम्हें तो प्यार हुआ है
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
पवित्र मन
पवित्र मन
RAKESH RAKESH
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
जमाने की अगर कह दूँ, जमाना रूठ जाएगा ।
Ashok deep
हरिगीतिका छंद
हरिगीतिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मत रो लाल
मत रो लाल
Shekhar Chandra Mitra
#डॉअरुणकुमारशास्त्री
#डॉअरुणकुमारशास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कौन सोचता बोलो तुम ही...
कौन सोचता बोलो तुम ही...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मेरे होते हुए जब गैर से वो बात करती हैं।
मेरे होते हुए जब गैर से वो बात करती हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
वो क्या गिरा
वो क्या गिरा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मेरी दोस्ती मेरा प्यार
मेरी दोस्ती मेरा प्यार
Ram Krishan Rastogi
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
'Being human is not that easy..!' {awarded poem}
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नल बहे या नैना, व्यर्थ न बहने देना...
नल बहे या नैना, व्यर्थ न बहने देना...
इंदु वर्मा
चालें बहुत शतरंज की
चालें बहुत शतरंज की
surenderpal vaidya
सभी कहें उत्तरांचली,  महावीर है नाम
सभी कहें उत्तरांचली, महावीर है नाम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*राजनीति में दल बदलू की प्रजाति (हास्य व्यंग्य)*
*राजनीति में दल बदलू की प्रजाति (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
2292.पूर्णिका
2292.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#लघुकथा / क़ामयाब पहल
#लघुकथा / क़ामयाब पहल
*Author प्रणय प्रभात*
सौंदर्यबोध
सौंदर्यबोध
Prakash Chandra
Loading...