Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2020 · 1 min read

बचपन

न कोई सेल्फी ,न अपडेट,
फिर भी बचपन अप टू डेट।
थोड़ी पढ़ाई,थोड़ा ड्रामा,
सूरज दादा, चंदा मामा।
दौड़े भागे मस्ती की रेल,
सबका था आपस मे मेल।
नानी का घर, गर्मी की छुट्टी,
दो उँगली से मिल्ली-कट्टी।
चना चबैना सबको भाता,
विविध भारती मन बहलाता।
खुल कर रोते, खुल कर हँसते,
अपना बचपन ,खाओ पूरी खस्ते।।

Language: Hindi
Tag: कविता
5 Likes · 394 Views
You may also like:
अजब-गजब इन्सान...
अजब-गजब इन्सान...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बिना मेहनत के कैसे मुश्किल का तुम हल निकालोगे
बिना मेहनत के कैसे मुश्किल का तुम हल निकालोगे
कवि दीपक बवेजा
*** चल अकेला.......!!! ***
*** चल अकेला.......!!! ***
VEDANTA PATEL
अपना अपना आवेश....
अपना अपना आवेश....
Ranjit Tiwari
कल भी होंगे हम तो अकेले
कल भी होंगे हम तो अकेले
gurudeenverma198
अब हार भी हारेगा।
अब हार भी हारेगा।
Chaurasia Kundan
ਨਾਨਕ  ਨਾਮ  ਜਹਾਜ  ਹੈ, ਸਬ  ਲਗਨੇ  ਹੈਂ  ਪਾਰ
ਨਾਨਕ ਨਾਮ ਜਹਾਜ ਹੈ, ਸਬ ਲਗਨੇ ਹੈਂ ਪਾਰ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वो पास आने लगी थी
वो पास आने लगी थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विश्वास मिला जब जीवन से
विश्वास मिला जब जीवन से
Taran Singh Verma
एक प्यार ऐसा भी
एक प्यार ऐसा भी
श्याम सिंह बिष्ट
निःशब्दता हीं, जीवन का सार होता है।
निःशब्दता हीं, जीवन का सार होता है।
Manisha Manjari
बरसात की झड़ी ।
बरसात की झड़ी ।
Buddha Prakash
✍️खाली और भरी जेबे...
✍️खाली और भरी जेबे...
'अशांत' शेखर
कीर्तन मंडली में तब्दील मीडिया
कीर्तन मंडली में तब्दील मीडिया
Shekhar Chandra Mitra
Writing Challenge- इंद्रधनुष (Rainbow)
Writing Challenge- इंद्रधनुष (Rainbow)
Sahityapedia
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
हमको तेरे ख़्याल ने
हमको तेरे ख़्याल ने
Dr fauzia Naseem shad
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
"नशा इन्तजार का"
Dr. Kishan tandon kranti
💐अज्ञात के प्रति-121💐
💐अज्ञात के प्रति-121💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*शादी के वह सेहरे  (कुंडलिया)*
*शादी के वह सेहरे (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भूख से वहां इंसा मर रहा है।
भूख से वहां इंसा मर रहा है।
Taj Mohammad
🏠कुछ दिन की है बात ,सभी जन घर में रह लो।
🏠कुछ दिन की है बात ,सभी जन घर में रह...
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मैं धरा सी
मैं धरा सी
Surinder blackpen
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"छत्रपति शिवाजी महाराज की गौभक्ति"
Pravesh Shinde
जी उठती हूं...तड़प उठती हूं...
जी उठती हूं...तड़प उठती हूं...
Seema 'Tu hai na'
त'अम्मुल(पशोपेश)
त'अम्मुल(पशोपेश)
Shyam Sundar Subramanian
हसरतें
हसरतें
Deepak Kumar Srivastava नील पदम्
Sukun-ye jung chal rhi hai,
Sukun-ye jung chal rhi hai,
Sakshi Tripathi
Loading...