Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2017 · 1 min read

” बंशी तेरी , अधर धरूंगी ” !!

सपन सलोने ,
पलक द्वार पर !
बैठे ही हैं ,
अंगना बुहार कर !
खुशियों में सब –
पल डूबे हों !
चाहत तेरी ,
नज़र करूंगी !!

सुने अनसुने ,
प्रश्न जब उभरे !
वादे टूटे ,
स्वर भी बिखरे !
हानि लाभ का ,
गणित न जानूँ !
साझे में ही –
बसर करूंगी !!

मनुहारों से ,
मैल धुल गया !
ईज़हारों से ,
हृदय खिल गया !
परछाई बन ,
जीना मुझको !
तनहा ना मैं –
सफर करूंगी !!

बृज व्यास

Language: Hindi
Tag: गीत
860 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
View all
You may also like:
थैला
थैला
Satish Srijan
इंसान जिन्हें
इंसान जिन्हें
Dr fauzia Naseem shad
एक नेता
एक नेता
पंकज कुमार कर्ण
मत पूछअ
मत पूछअ
Shekhar Chandra Mitra
Book of the day- कुछ ख़त मोहब्बत के (गीत ग़ज़ल संग्रह)
Book of the day- कुछ ख़त मोहब्बत के (गीत ग़ज़ल संग्रह)
Sahityapedia
■ देसी ग़ज़ल
■ देसी ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
✍️पढ़ना ही पड़ेगा ✍️
✍️पढ़ना ही पड़ेगा ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सहित्य में हमे गहरी रुचि है।
सहित्य में हमे गहरी रुचि है।
Sarthi chitrangini
चांद जैसे बादलों में छुपता है तुम भी वैसे ही गुम हो
चांद जैसे बादलों में छुपता है तुम भी वैसे ही गुम हो
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
जय जय तिरंगा तुझको सलाम
जय जय तिरंगा तुझको सलाम
gurudeenverma198
कमर दर्द, पीठ दर्द
कमर दर्द, पीठ दर्द
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*ए.पी. जे. अब्दुल कलाम (गीतिका)*
*ए.पी. जे. अब्दुल कलाम (गीतिका)*
Ravi Prakash
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
अभिनव अदम्य
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
आकाश महेशपुरी
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरा जीवन बसर नहीं होता।
मेरा जीवन बसर नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
'ठहरो'
'ठहरो'
Dr. Rajiv
मुंडा तेनू फाॅलो करदा
मुंडा तेनू फाॅलो करदा
Swami Ganganiya
गीतकार मजरूह पर दोहे
गीतकार मजरूह पर दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बापू का सत्य के साथ प्रयोग
बापू का सत्य के साथ प्रयोग
Pooja Singh
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने खुद को दफ़्न होता पाया है।
दर्द की शर्त लगी है दर्द से, और रूह ने खुद को दफ़्न होता पाया है।
Manisha Manjari
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मनमोहन जल्दी आ जाओ
मनमोहन जल्दी आ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जिंदगी का आखिरी सफर
जिंदगी का आखिरी सफर
ओनिका सेतिया 'अनु '
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
Prof Neelam Sangwan
राधे राधे happy Holi
राधे राधे happy Holi
साहित्य गौरव
इस राह चला,उस राह चला
इस राह चला,उस राह चला
TARAN SINGH VERMA
घबराना हिम्मत को दबाना है।
घबराना हिम्मत को दबाना है।
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...