तेरी इस वेबफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
शक्ति शील सौंदर्य से, मन हरते श्री राम।
*होता है पिता हिमालय-सा, सागर की गहराई वाला (राधेश्यामी छंद)
प्रेमी चील सरीखे होते हैं ;
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ईश्क में यार थोड़ा सब्र करो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक 😂😂😂
खिचे है लीक जल पर भी,कभी तुम खींचकर देखो ।
Just in case no one has told you this today, I’m so proud of
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
दर्द को मायूस करना चाहता हूँ
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
एक उदास चेहरा जितनी नकारात्मकता फैलाता है...