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13 Aug 2021 · 1 min read

फूलों से मुस्काना सीखो

फूलों से मुस्काना सीखो
तितली का मंडराना सीखो
फूलों का रस ले लेकर
तितली का जाना सीखो
कभी कलियों से प्यार
कभी फूलों से हंसना सीखो
रात दिनों में खुशी से
फूलों का डुलना सीखो
रंगों के मेलों से भरकर
तितली का बैठना सीखो।
वातावरण सृजन हो जाए
उनसे तुम ऐसा करना सीखो।
तितली की सुंदरता को देख
फूलों का रसपान करना सीखो।
फूल और तितली ऐसे बनें
बंधन उनसे जुड़ना सीखो।
वातावरण का सजृन करने को
फूलों को लगाना सीखो।
विभिन्न समस्या में फंसे मानव को
फिर से मुस्काना सीखो
‘अंजुम’ परंपराओं के जग में
फिर से हिलना मिलना सीखो

नाम-मनमोहन लाल गुप्ता
मोबाइल-9927140483

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 392 Views
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