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7 Mar 2023 · 1 min read

फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।

फीके फीके रंग हैं, फीकी फ़ाग फुहार।
बस कविता में रह गए, होली के क़िरदार।।

सूर्यकांत

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