Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Apr 2020 · 1 min read

फासलों से दूरी है मेरी

फासलों से दूरी है मेरी
आज भी मोहब्बत अधूरी है मेरी
खफ़ा तू जब से है
वफ़ाओं से दूरी है मेरी

भूपेंद्र रावत
25।04।2020

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
1 Like · 343 Views

Books from Bhupendra Rawat

You may also like:
अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है (मुक्तक)
अभी तक न विफलता है ,अभी तक न सफलता है...
Ravi Prakash
तुम तो अपने थे।
तुम तो अपने थे।
Taj Mohammad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शायरी संग्रह नई पुरानी शायरियां विनीत सिंह शायर
शायरी संग्रह नई पुरानी शायरियां विनीत सिंह शायर
Vinit kumar
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
shabina. Naaz
ਪਰਹੇਜ਼ ਕਰਨਾ ਸੀ
ਪਰਹੇਜ਼ ਕਰਨਾ ਸੀ
Surinder blackpen
बरबादी   का  जश्न  मनाऊं
बरबादी का जश्न मनाऊं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
एक पंछी
एक पंछी
Shiv kumar Barman
मार्शल आर्ट
मार्शल आर्ट
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शख्स या शख्शियत
शख्स या शख्शियत
Dr.S.P. Gautam
मित्र
मित्र
DrLakshman Jha Parimal
बेइंतहा इश्क़
बेइंतहा इश्क़
Shekhar Chandra Mitra
आसमानों को छूने की जद में निकले
आसमानों को छूने की जद में निकले
कवि दीपक बवेजा
आ जाओ न प्रिय प्रवास तुम
आ जाओ न प्रिय प्रवास तुम
Shiva Awasthi
शायरी
शायरी
श्याम सिंह बिष्ट
दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे ।
दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे ।
Dr fauzia Naseem shad
"अहसासों का समीकरण"
Dr. Kishan tandon kranti
💐अज्ञात के प्रति-150💐
💐अज्ञात के प्रति-150💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
समारंभ
समारंभ
Utkarsh Dubey “Kokil”
कहाँ समझते हैं ..........
कहाँ समझते हैं ..........
Aadarsh Dubey
■ मुक्तक / मशवरा
■ मुक्तक / मशवरा
*Author प्रणय प्रभात*
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
राकेश चौरसिया
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
ruby kumari
चांदनी मेहकी है फूल ख़िले हैँ
चांदनी मेहकी है फूल ख़िले हैँ
Dr Rajiv
बन नेक बन्दे रब के
बन नेक बन्दे रब के
Satish Srijan
गुजरे वक्त के सबक से
गुजरे वक्त के सबक से
Dimpal Khari
बादलों के घर
बादलों के घर
Ranjana Verma
खुद को पुनः बनाना
खुद को पुनः बनाना
Kavita Chouhan
हर इक सैलाब से खुद को बचाकर
हर इक सैलाब से खुद को बचाकर
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
Loading...