Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2023 · 1 min read

फटमारा (कुंडलिया)*

फटमारा (कुंडलिया)*

फटमारा – सा ही रहा ,सब का अंतिम दौर
नवयौवन का और था ,वृद्ध आयु का और
वृद्ध आयु का और , सभी को रोग सताते
कुछ घर से लाचार , दुखी धन से हो जाते
कहते रवि कविराय ,एक-सा यह जग सारा
कोई मुट्ठी बंद , खुला कोई फटमारा
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
*फटमारा* = कृषकाय ,दुखी ,उपेक्षित
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
*रचयिता : रवि प्रकाश* ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

22 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Ravi Prakash

You may also like:
विषय -परिवार
विषय -परिवार
Nanki Patre
सुना था कि इंतज़ार का फल मीठा होता है।
सुना था कि इंतज़ार का फल मीठा होता है।
*Author प्रणय प्रभात*
रिश्ता
रिश्ता
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
देव विनायक वंदना
देव विनायक वंदना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एक था वृक्ष
एक था वृक्ष
सूर्यकांत द्विवेदी
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
सुपर हीरो
सुपर हीरो
Sidhartha Mishra
बोगेनविलिया
बोगेनविलिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
दुनिया का क्या दस्तूर बनाया, मरे तो हि अच्छा बतलाया
Anil chobisa
भुनेश्वर सिन्हा कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ । Bhuneshwar sinha politician chattisgarh
भुनेश्वर सिन्हा कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ । Bhuneshwar sinha politician chattisgarh
Bhuneshwar sinha
मिल ही जाते हैं
मिल ही जाते हैं
Surinder blackpen
मैं और तुम-कविता
मैं और तुम-कविता
Shyam Pandey
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
Anjani Kumar
*बोल*
*बोल*
Dushyant Kumar
सामाजिक न्याय के प्रश्न पर
सामाजिक न्याय के प्रश्न पर
Shekhar Chandra Mitra
रिश्ते वही अनमोल
रिश्ते वही अनमोल
Dr fauzia Naseem shad
खुदसे ही लड़ रहे हैं।
खुदसे ही लड़ रहे हैं।
Taj Mohammad
शुभ होली
शुभ होली
Dr Archana Gupta
आकर फंस गया शहर-ए-मोहब्बत में
आकर फंस गया शहर-ए-मोहब्बत में
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
Who is whose best friend
Who is whose best friend
Ankita Patel
परिवार, प्यार, पढ़ाई का इतना टेंशन छाया है,
परिवार, प्यार, पढ़ाई का इतना टेंशन छाया है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
*बहुत ज्यादा न सुख की चाह, हे भगवन मुझे देना 【मुक्तक 】*
*बहुत ज्यादा न सुख की चाह, हे भगवन मुझे देना 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
हवाओं पर कोई कहानी लिखूं,
हवाओं पर कोई कहानी लिखूं,
AJAY AMITABH SUMAN
//...महापुरुष...//
//...महापुरुष...//
Chinta netam " मन "
"कवि"
Dr. Kishan tandon kranti
रंगोत्सव की हार्दिक बधाई
रंगोत्सव की हार्दिक बधाई
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
समय सबों को बराबर मिला है ..हमारे हाथों में २४ घंटे रहते हैं
समय सबों को बराबर मिला है ..हमारे हाथों में २४ घंटे रहते हैं
DrLakshman Jha Parimal
सत्य को अपना बना लो,
सत्य को अपना बना लो,
Buddha Prakash
कभी-कभी दिल को भी अपडेट कर लिया करो .......
कभी-कभी दिल को भी अपडेट कर लिया करो .......
shabina. Naaz
कारण मेरा भोलापन
कारण मेरा भोलापन
Satish Srijan
Loading...