Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

प्रेम है तो है..❤

प्रेम है तो है..❤

सुनो ना…
तुम्हारी आवाज़, तुम्हारा अन्दाज़, तुम्हारी हसीं, तुम्हारी ख़ुशी, तुम्हारी फ़िक्र और तुम्हारा ज़िक्र! ♥️

हाँ प्रेम है मुझे इन सब से! तुम्हारे व्यंग से! तुम्हारे दिल वाले रीऐक्शन से! तुम्हारे चिढ़ाने से! तुम्हारे रूठने-मनाने से!

तुम्हारे पास आने से..तुम्हारे दूर जाने से…तुम्हारे pics सेन्ड करने से..तुम्हारे अलग अलग बात पे डांटाने से..तुम्हारे विडीयो काॅल करने से…तुम्हारे बिन बात बात करने से,खामोशी सुनने से… तुम्हे मुस्कुराता हुआ देखने से..❤

और..और..तुमसे ❤
प्रेम है तो है…

किसी को कह नही सकती..कही पर बोल नही सकती..पर..पर तुम तो समझते हो ना…..♥️

40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Shiftme movers and packers in hadapsar
Shiftme movers and packers in hadapsar
Shiftme
ऋतुराज
ऋतुराज
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
फितरत
फितरत
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
4518.*पूर्णिका*
4518.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अध्याय 6*
*अध्याय 6*
Ravi Prakash
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
मे कोई समस्या नहीं जिसका
मे कोई समस्या नहीं जिसका
Ranjeet kumar patre
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
Chaahat
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
आज के युग में कल की बात
आज के युग में कल की बात
Rituraj shivem verma
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
छिपी हो जिसमें सजग संवेदना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,
Sanjay ' शून्य'
शमा जली महफिल सजी,
शमा जली महफिल सजी,
sushil sarna
Enchanting Bond
Enchanting Bond
Vedha Singh
Just be like a moon.
Just be like a moon.
Satees Gond
..
..
*प्रणय प्रभात*
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
पूर्वार्थ
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें।
सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
* खुशियां मनाएं *
* खुशियां मनाएं *
surenderpal vaidya
100 से अधिक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं की पते:-
100 से अधिक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं की पते:-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
खेल जगत का सूर्य
खेल जगत का सूर्य
आकाश महेशपुरी
जागे जग में लोक संवेदना
जागे जग में लोक संवेदना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"कोड़ेनार का थाना क्षेत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
मन का डर
मन का डर
Aman Sinha
फूल
फूल
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...