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24 Nov 2022 · 1 min read

तीर तुक्के

तीर तुक्के
********

चल वैजयंती
****
अब अकेला
दौड़ रहा हूँ
कल तक मेरे
साथ बहुत से
लोग दौड़ते थे
कुछ हांफ गये
कुछ कांप गये।।
चल वैजयंती….!

नई सोच
***
घर का झगड़ा
क्यों घर में रखूं
दुनिया को पता
लगना चाहिए
घर में झगड़ा
क्यों हुआ ?

3
नया दौर
****
पार्टियों में
आते जाते
रहिये
क्या पता
कल हों न हों।
( पार्टी यानी दावत यानी दल)

सूर्यकान्त

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