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8 Mar 2024 · 1 min read

*प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )*

प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं (मुक्तक )
—————————————-
प्रबल हैं भाव भक्तों के, प्रभु-दर्शन जो आते हैं
लगे लाइन में अनुशासन, परम संयम दिखाते हैं
हृदय में चाह है जिनकी, झलक प्रभु एक दिख जाए
दिखाकर रूप अपना तृप्त, प्रभु उनको कराते हैं
———————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

1 Like · 195 Views
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