Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Apr 2024 · 1 min read

प्रदूषन

इस पृथ्वी के हम सब ऋणी है!
इसकी दक्षिणा क्या कभी गिनी है?
देती है शुद्ध वायु,जल,फल-फूल,
सुगंधित सुरम्य वातावरण धनी है!!
बदले मे हम दे रहे मात्र उसे प्रदूषण!
क्या सोचा हम छीन रहे सारे आभूषण!!
ज़हरीली गैसो के उत्सर्जन से खुद को मारे!
छाया चारो ओर गहन अंधकार जरा विचारे!!
जल-वायू,थल से नभ तक प्रदूषित कर डाली!
पर्यावरण प्रदूषण से पृथ्वी की हालत कैसी कर डाली?
वाहन-कारखानो नदी -नालो के प्रदूषण पर अंकुष लगाए!
आने वाली पीढी का भविष्य सुरछित रखने को कदम उठाए!!

बोथिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट,कवि,पत्रकार
202 नीरव निकुजं,फेस-2.सिकंदरा,आगरा,-282007
मो:9412443093

1 Like · 123 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Bodhisatva kastooriya
View all
You may also like:
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
नज़र भर देखने के लिए चेहरा छिपाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
4265.💐 *पूर्णिका* 💐
4265.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*तिक तिक तिक तिक घोड़ा आया (बाल कविता)*
*तिक तिक तिक तिक घोड़ा आया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी
ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी
इशरत हिदायत ख़ान
माँ
माँ
Neelam Sharma
आज बाजार बन्द है
आज बाजार बन्द है
gurudeenverma198
विनम्र भाव सभी के लिए मन में सदैव हो,पर घनिष्ठता सीमित व्यक्
विनम्र भाव सभी के लिए मन में सदैव हो,पर घनिष्ठता सीमित व्यक्
Paras Nath Jha
Công ty Đồng Phục Asian tự hào là đơn vị chuyên cung cấp đồn
Công ty Đồng Phục Asian tự hào là đơn vị chuyên cung cấp đồn
dongphucasian111
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
शेखर सिंह
..
..
*प्रणय*
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
DrLakshman Jha Parimal
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ಗೀಚಕಿ
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
"" *भगवान* ""
सुनीलानंद महंत
गीत
गीत "आती है अब उनको बदबू, माॅ बाबा के कमरे से"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
सुनती हूँ
सुनती हूँ
Shweta Soni
आंधी
आंधी
Aman Sinha
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
Ajit Kumar "Karn"
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
_सुलेखा.
*** होली को होली रहने दो ***
*** होली को होली रहने दो ***
Chunnu Lal Gupta
पिता
पिता
Sanjay ' शून्य'
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
मनवा मन की कब सुने, करता इच्छित काम ।
sushil sarna
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
एक बार ऐसा हुआ कि पति-पत्नी के बीच किसी छोटी सी बात पर झगड़ा
एक बार ऐसा हुआ कि पति-पत्नी के बीच किसी छोटी सी बात पर झगड़ा
Rituraj shivem verma
तेरे ना होने का,
तेरे ना होने का,
हिमांशु Kulshrestha
*आओ हम वृक्ष लगाए*
*आओ हम वृक्ष लगाए*
Shashi kala vyas
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
Loading...