Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2017 · 1 min read

प्रकाशित हो मिल गया, स्वाधीनता के घाम से

शुभ सुहिंदुस्तान हूँ, देखो मुझे आराम से ।
गुलामीं के निशा, दर्दीले-जवाँ पैगाम से ।
घाव गहरे दिए पर, मुस्कान का आलोक गह
प्रकाशित हो मिल गया, स्वाधीनता के घाम से।
………………………………………………..
✓मेरी कृति “पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं” का मुक्तक।
✓पं बृजेश कुमार नायक की चुनिंदा रचनाएं कृति का द्वितीय संस्करण अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है।
बृजेश कुमार नायक

Language: Hindi
2 Likes · 1130 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
सारा शहर अजनबी हो गया
सारा शहर अजनबी हो गया
Surinder blackpen
आत्मज्ञान
आत्मज्ञान
Shyam Sundar Subramanian
“गर्व करू, घमंड नहि”
“गर्व करू, घमंड नहि”
DrLakshman Jha Parimal
ख़बर थी अब ख़बर भी नहीं है यहां किसी को,
ख़बर थी अब ख़बर भी नहीं है यहां किसी को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सब कुछ बदल गया,
सब कुछ बदल गया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मैं मजहबी नहीं
मैं मजहबी नहीं
VINOD CHAUHAN
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
रंगों का कोई धर्म नहीं होता होली हमें यही सिखाती है ..
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
..
..
*प्रणय प्रभात*
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
*राजा रानी हुए कहानी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
A GIRL IN MY LIFE
A GIRL IN MY LIFE
SURYA PRAKASH SHARMA
मीनाकुमारी
मीनाकुमारी
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
Manoj Mahato
Why always me!
Why always me!
Bidyadhar Mantry
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/192. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ईश्वर ने हमें सुख दिया है, दुःख हम स्वयं निर्माण कर रहे हैं।
ईश्वर ने हमें सुख दिया है, दुःख हम स्वयं निर्माण कर रहे हैं।
Ravikesh Jha
भूगोल के हिसाब से दुनिया गोल हो सकती है,
भूगोल के हिसाब से दुनिया गोल हो सकती है,
P S Dhami
दुनिया की गाथा
दुनिया की गाथा
Anamika Tiwari 'annpurna '
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
किसी मुस्क़ान की ख़ातिर ज़माना भूल जाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Khata kar tu laakh magar.......
Khata kar tu laakh magar.......
HEBA
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
gurudeenverma198
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
शेखर सिंह
स्त्री नख से शिख तक सुंदर होती है ,पुरुष नहीं .
स्त्री नख से शिख तक सुंदर होती है ,पुरुष नहीं .
पूर्वार्थ
पर्वत दे जाते हैं
पर्वत दे जाते हैं
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ଆସନ୍ତୁ ଲଢେଇ କରିବା
ଆସନ୍ତୁ ଲଢେଇ କରିବା
Otteri Selvakumar
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
मन को समझाने
मन को समझाने
sushil sarna
यह जो मेरी हालत है एक दिन सुधर जाएंगे
यह जो मेरी हालत है एक दिन सुधर जाएंगे
Ranjeet kumar patre
सुन्दरता।
सुन्दरता।
Anil Mishra Prahari
रवींद्र नाथ टैगोर
रवींद्र नाथ टैगोर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
Loading...