Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2022 · 1 min read

सहरा से नदी मिल गई

आप क्या मिल गए जिंदगी मिल गई
खुश्क सहरा को जैसे नदी मिल गई

हुस्न के साथ गर सादगी मिल गई
समझो दौलत बड़ी क़ीमती मिल गई

अब हमें आरज़ू आखिरी मिल गई
आपके रूप में हर खुशी मिल गई

ज़िंदगी तुझको अब और क्या चाहिए
ग़म के आंसू मिले, बेकली मिल गई

सब दुखों को हमें भूल जाना पड़ा
खुश तुम्हें देखकर हर खुशी मिल गई

दुशमनों की ज़रूरत कहाँ अब रही
आपकी जब हमें दोस्ती मिल गई

दिल तो ‘अरशद’ जलाते रहे रात भर
पर ज़माने को’ इक रौशनी मिल गई

3 Likes · 2 Comments · 517 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अरशद रसूल /Arshad Rasool
View all
You may also like:
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
नम आंखों से ओझल होते देखी किरण सुबह की
Abhinesh Sharma
गंदा है क्योंकि अब धंधा है
गंदा है क्योंकि अब धंधा है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जब प्यार है
जब प्यार है
surenderpal vaidya
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
✍️मैं कुदरत का बीज हूँ✍️
✍️मैं कुदरत का बीज हूँ✍️
'अशांत' शेखर
दर्द दिल की दवा
दर्द दिल की दवा
कृष्णकांत गुर्जर
*बुलाने से अगर ईश्वर, चला आए तो क्या कहने(मुक्तक)*
*बुलाने से अगर ईश्वर, चला आए तो क्या कहने(मुक्तक)*
Ravi Prakash
रिश्तों का गणित
रिश्तों का गणित
Madhavi Srivastava
कटुसत्य
कटुसत्य
Shyam Sundar Subramanian
मैं तो महज तकदीर हूँ
मैं तो महज तकदीर हूँ
VINOD KUMAR CHAUHAN
सरहद पर रहने वाले जवान के पत्नी का पत्र
सरहद पर रहने वाले जवान के पत्नी का पत्र
Anamika Singh
"रंग भरी शाम"
Dr. Kishan tandon kranti
महान कथाकार प्रेमचन्द की प्रगतिशीलता खण्डित थी, ’बड़े घर की
महान कथाकार प्रेमचन्द की प्रगतिशीलता खण्डित थी, ’बड़े घर की
Dr MusafiR BaithA
■अंदेशा■
■अंदेशा■
*Author प्रणय प्रभात*
श्रमिक जो हूँ मैं तो...
श्रमिक जो हूँ मैं तो...
मनोज कर्ण
किसी के वास्ते
किसी के वास्ते
Dr fauzia Naseem shad
ज़िन्दगी का सफ़र
ज़िन्दगी का सफ़र
Sidhartha Mishra
रिशते ना खास होते हैं
रिशते ना खास होते हैं
Dhriti Mishra
*
*"गौतम बुद्ध"*
Shashi kala vyas
इसीलिए मेरे दुश्मन बहुत है
इसीलिए मेरे दुश्मन बहुत है
gurudeenverma198
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
Aarti sirsat
सावन
सावन
Mansi Tripathi
खुद की तलाश में मन
खुद की तलाश में मन
Surinder blackpen
शिक्षक हमारे देश के
शिक्षक हमारे देश के
Bhaurao Mahant
माफ़ कर दो दीवाने को
माफ़ कर दो दीवाने को
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दाना
दाना
Satish Srijan
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
Soniya Goswami
💐प्रेम की राह पर-25💐
💐प्रेम की राह पर-25💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
किस्मत एक ताना...
किस्मत एक ताना...
Sapna K S
Loading...