प्यार
प्यार
अक्सर सुनती हूँ
तुम्हारे बारे में लोग
करते हैं मीठी – मीठी बातें
बड़े – बड़े दावे
देखते हैं तुम्हें लेकर
कितने ही
दिलकश, सुहाने सपने।
और मैं
झूठ नहीं कहूँगी
ऐसी बेखबर भी नहीं मैं तुमसे
क ई बार तुम
मेरे दिल के करीब होकर
गुजरे हो
निगाहों में चमक
लबों पर मुस्कान
बनकर उभरे हो।
और तुम
हाँ, तुम ही तो हो
जिसने मेरी जिंदगी को
कदम – कदम पर
सँवारा है, सजाया है
कितने ही नाम
कितने ही रूप लेकर
बार – बार तुम मेरी जिंदगी में
आये हो
कभी दूर से मुझे देखकर
कभी करीब आकर
मुस्कुराये हो।
और मैंने
हाँ, मैंने भी तो
जिंदगी के हर कदम पर
तुम्हारे हर नाम, हर रूप को
अपनाया है
हर बार मुस्कुरा कर
तुम्हारा स्वागत किया है
हँसकर गले लगाया है।
वर्ष :- २०१३.