Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2023 · 2 min read

प्यार

प्यार –

अरमानों का निकला चाँद हलचल दुनियां में भाग्य भगवान जैसा।।
जग मग तारे दीप प्रेमी प्रेम की चाहत जैसा सुंदर चाँद कि हद इश्क चाँदनी जैसा।।

हवाओं के झोंके जुल्फो में छिपा चांद सा चेहरा सावन कि घटाओ में छुपे चाँद के जैसा।।

आँखों का काजल सावन का बादल शर्म से नजरो का झुक जाना चाँद के शर्माने जैसा!!

हर तरफ प्रेम की मल्लिका कि खुशबु चाँद कि चांदनी में कलियों के खिलने जैसा ।
चाँद का प्यार सागर की प्रेम गहराई जैसा ।।

चाँद से चॉदनी प्रेम का चाँद दिल में उजियार जैसा।
चाँद का दाग हुस्न के गालो पे काला तील जैसा ।।

चाँद सा हुस्न का मुस्कुराना दिलों पे बिजली गिरना चमक चाँद के जैसा।!
निकलते चाँद कि लाली लवो के हुस्न कि लाली चाहत के पैमाने जाम जैसा।।

चाँदी जैसा रंग हुस्न का चाँद कि चाँदनी जैसा हुस्न कि हद हकीकत चाँद जैसा।।

चाँद का सबाब लम्हा लम्हा हुस्न इश्क के अफ़साने जैसा।।

चाँद का शाम ढ़ले आना चाँद का हुस्न इंतज़ार तराने जैसा।।

ढलती रात में चाँद का सुरूर हुस्न कि तपिस में परवानो के जल जाने जैसा।।

सर्द चाँदनी रातों में टपकती ओस कि बूदें सबनम के गिरने बिखरने जैसा।।

दूज का चाँद ,चौदवीं का चाँद, ईद का चाँद ,पूर्णवासी का चाँद प्यार हुस्न इश्क के नज़राने जैसा।।

मोहब्बत है नशा ,इश्क जुनुन ,हुस्न मैखाने जैसा ।
हुस्न दीवानो कि तमन्ना, चाँद जहां कि आरजू जैसा।।

हुस्न ,का इश्क इबादत ,चाँद कि चाहत दीदार प्यार यार जैसा।।

नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उतर प्रदेश।।

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
View all

You may also like these posts

तेरा वादा.
तेरा वादा.
Heera S
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महफिलों का दौर चलने दो हर पल
महफिलों का दौर चलने दो हर पल
VINOD CHAUHAN
इच्छा मेरी / मुसाफ़िर बैठा
इच्छा मेरी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
ताड़का सी प्रवृत्ति और श्याम चाहिए,
ताड़का सी प्रवृत्ति और श्याम चाहिए,
पूर्वार्थ
रहो महलों में बन में
रहो महलों में बन में
Baldev Chauhan
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है
अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है
Pankaj Kushwaha
- तेरे प्यार में -
- तेरे प्यार में -
bharat gehlot
मसीहा उतर आया है मीनारों पर
मसीहा उतर आया है मीनारों पर
Maroof aalam
..
..
*प्रणय*
मेरे अशआर
मेरे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
स्त्री बाकी है
स्त्री बाकी है
Arun Prasad
माहौल
माहौल
Dr.Archannaa Mishraa
" जिन्दगी की गलियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी कुंडलिनी
मेरी कुंडलिनी
Rambali Mishra
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
मैंने खुद के अंदर कई बार झांका
ruby kumari
नशे से बचो
नशे से बचो
GIRISH GUPTA
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
Abhishek Soni
शिव छन्द
शिव छन्द
Neelam Sharma
3919.💐 *पूर्णिका* 💐
3919.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
फिर से
फिर से
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
अनुनय (इल्तिजा) हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
* मुक्तक* *
* मुक्तक* *
surenderpal vaidya
उम्र थका नही सकती,
उम्र थका नही सकती,
Yogendra Chaturwedi
लक्ष्मी-पूजन
लक्ष्मी-पूजन
कवि रमेशराज
चार दिन की जिंदगी मे किस कतरा के चलु
चार दिन की जिंदगी मे किस कतरा के चलु
Sampada
दे दो
दे दो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हाल हुआ बेहाल परिदे..!
हाल हुआ बेहाल परिदे..!
पंकज परिंदा
मिनख रो नही मोल, लारे दौड़ै गरत्थ रे।
मिनख रो नही मोल, लारे दौड़ै गरत्थ रे।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Loading...