Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Sep 2016 · 1 min read

प्यार में जबसे मिली रुस्वाइयाँ

प्यार में जबसे मिली रुस्वाइयाँ
सूख ही दिल की गयी हैं क्यारियाँ

बादलों की आँख से आँसू झरे
देखकर नभ में तड़पती बिजलियाँ

प्यार तो करते बहुत हैं वो हमें
पर समझते ही नहीं मजबूरियाँ

वो बसे हर साँस में हैं इस तरह
भान होती ही न उनसे दूरियाँ

जब हवायें भी बदलने रुख लगीं
कुछ सुलग बैठी दबी चिंगारियाँ

फुसफुसाती रोज आकर कान में
आज भी उनकी लटकती बालियाँ

जो हिफाजत ‘अर्चना’ अपनी करें
वो हुआ करती नहीं पाबंदियाँ

डॉ अर्चना गुप्ता

1 Comment · 481 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
बेदर्द ...................................
बेदर्द ...................................
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
नंद के घर आयो लाल
नंद के घर आयो लाल
Kavita Chouhan
"तब कैसा लगा होगा?"
Dr. Kishan tandon kranti
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पाप बढ़ा वसुधा पर भीषण, हस्त कृपाण  कटार  धरो माँ।
पाप बढ़ा वसुधा पर भीषण, हस्त कृपाण कटार धरो माँ।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*वरिष्ठ नागरिक (हास्य कुंडलिया)*
*वरिष्ठ नागरिक (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
I have recognized myself by understanding the values of the constitution. – Desert Fellow Rakesh Yadav
I have recognized myself by understanding the values of the constitution. – Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
करुणामयि हृदय तुम्हारा।
करुणामयि हृदय तुम्हारा।
Buddha Prakash
Apology
Apology
Mahesh Ojha
सुरज से सीखों
सुरज से सीखों
Anamika Singh
औरत बुद्ध नहीं हो सकती
औरत बुद्ध नहीं हो सकती
Surinder blackpen
काश
काश
लक्ष्मी सिंह
पहली मोहब्बत इंसा कहां कभी भूलता है।
पहली मोहब्बत इंसा कहां कभी भूलता है।
Taj Mohammad
अपनी टोली
अपनी टोली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
नैतिकता की नींव पर प्रारंभ किये गये किसी भी व्यवसाय की सफलता
नैतिकता की नींव पर प्रारंभ किये गये किसी भी व्यवसाय की सफलता
Paras Nath Jha
23/73.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/73.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ आलेख / अनुभूत और अभोव्यक्त
■ आलेख / अनुभूत और अभोव्यक्त
*Author प्रणय प्रभात*
कविता
कविता
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जीवन तब विराम पाता है
जीवन तब विराम पाता है
Dr fauzia Naseem shad
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सुरक्षा कवच
सुरक्षा कवच
Dr. Pradeep Kumar Sharma
किसी रोज मिलना बेमतलब
किसी रोज मिलना बेमतलब
Amit Pathak
💫समय की वेदना💫
💫समय की वेदना💫
SPK Sachin Lodhi
अपनी वाणी से :
अपनी वाणी से :
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दोस्ती के नाम
दोस्ती के नाम
Dr. Rajeev Jain
स्त्री एक रूप अनेक हैँ
स्त्री एक रूप अनेक हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शहीदे-आज़म पर दोहे
शहीदे-आज़म पर दोहे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#बाल-कविता- मेरा प्यारा मित्र
#बाल-कविता- मेरा प्यारा मित्र
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...