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14 Mar 2019 · 1 min read

प्यार ज्यादा नजर आता है

तेरे रूठने में प्यार ज्यादा नजर आता है
डांट कर जब बोलते हो, शजर आता है

मुलाकात की बात होते तेरा ‘न’ कहना
उसी ‘न’ में इजाजत का असर आता है

आते ही रख देता जब लब तेरे लब पर
तब चाँद भी साथ लेके सहर आता है

दो जिस्म एक रूह में तब्दील हो जाते
देख ऐसी मुहब्बत,देर से पहर आता है

गदर होता है इस कदर दिल के अंदर
रुक रुक के खुमारी का कहर आता है

?रवि कुमार सैनी ‘राही’

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