प्यार के फूल….

आंखोसे जब आँखे मिली
हो गई जान-पहचान तभी
मन में हुए हलचल कई……
क्या ऐ हैं मेरा यार…!
दिल ने कहाँ धड़कने तो चले हैं लगातार
पर… कुछ तो हुआ हैं आज
जो… सांसो की रफ़्तार चले हैं तेज..! !
कुछ कुछ हो रहा हैं अहसास
तभी चंचल मन में उमटा हैं सैलाब
ख्यालों की लहरें भी मचाती हैं शोर
चाहत की पुकार भी उठी हैं….
वो… कहती हैं……….
दिलमें खिले हैं…. शायद प्यार के फूल …!!!