Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Mar 2023 · 2 min read

पोथी समीक्षा -भासा के न बांटियो।

पोथी समीक्षा।
चर्चित साहित्यकार कुमार विक्रमादित्य हमर अर्थात आचार्य रामानंद मंडल विरचित मैथिली कविता संग्रह भासा के न बांटियो के संक्षिप्त समीक्षा कैलन हय। कुमार के हिंदी कविता संग्रह मेघलेखा आ हिंदी उपन्यास मास्टरवा प्रकाशित हय। उपन्यास मास्टरवा खूब लोकप्रिय उपन्यास में गिनल जाइत हय।हाल मे मैथिली कविता संग्रह अन्हारक दीप प्रकाशित भेल हय।जे खासी लोकप्रिय हो रहल हय। कुमार द्वारा भासा के न बांटियो के समीक्षा फेसबुक पोस्ट के साहित्य पिडिया के माध्यम से पाठक के बीच ज्यों के त्यो धरि दिन्ह चदरिया समान रख रहल छी।
आचार्य रामानंद मंडल जीक पोथी “भाषा के न बांटियो” जे मिथिला समाज ट्रस्ट सँ प्रकाशित भेल अछि । मैथिलीक एकटा नव स्वरूपक दर्शन करवैत अछि । हिनक पोथी मे संकुचित होएत मैथिली केर चिंता अछि । मैथिली कें विभिन्न क्षेत्रीय जगह पर संकुचित करबय केर चिंता हिनक पोथी मे सहजे देखाल पड़ैत अछि । भाषा कें विभिन्न परिधी सँ बाहर अनबाक छटपटाहट हिनक कविता मे स्पष्ट देखाल पड़ैत अछि । अवकाश प्राप्त करलाक बाद हिनक पोथी आओल ऐछि तें विभिन्न जगह पर हिनक अनुभव परिलक्षित होएत अछि । मिथिलाक ओहि छोड़ पर बैसि कें जे मैथिलीक सम्मान , मैथिल संस्कृति मैथिल पहनावा हिनक कविताक माध्यमे स्पष्ट देखाल पड़ैत अछि ओ एकटा सुच्चा मैथिले क सकैत अछि। कतो नारीक सम्मान केर लेल लड़ैत हिनक कविता तँ कतो मिथिला राजक संकल्पना हिनक कविताक माध्यमे आगाँ बढ़ैत अछि । सीतामढ़ी जतय जानकी जन्मलीह पैघ भेलीह ओ मिथिला सँ दूर भ रहल अछि से हिनक चिंता अछि । हम कोनो समीक्षक तँ छी नहि मुदा पोथी पढलाक बाद जे हमरा समझ आओल से लिखि रहल छी । एहिना हिनक कलम सदिखन चलैत रहय से कामना।
-कुमार विक्रमादित्य
साहित्यकार कुमार विक्रमादित्य केआभार प्रकट करैत आदरणीय पाठक के पढे के लेल आवाह्न करैय छी।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सह साहित्यकार सीतामढ़ी।

1 Like · 216 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
Colours of heart,
Colours of heart,
DrChandan Medatwal
सनम  ऐसे ना मुझको  बुलाया करो।
सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
ग़ज़ल _ मिरी #मैयत पे  रोने मे.....
ग़ज़ल _ मिरी #मैयत पे  रोने मे.....
शायर देव मेहरानियां
इन्तेहा हो गयी
इन्तेहा हो गयी
shabina. Naaz
सच है, दुनिया हंसती है
सच है, दुनिया हंसती है
Saraswati Bajpai
मैं जान लेना चाहता हूँ
मैं जान लेना चाहता हूँ
Ajeet Malviya Lalit
*सीमा*
*सीमा*
Dr. Rajiv
💐प्रेम कौतुक-364💐
💐प्रेम कौतुक-364💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*जीवन का आधार है बेटी,
*जीवन का आधार है बेटी,
Shashi kala vyas
ईश्वर का उपहार है जीवन
ईश्वर का उपहार है जीवन
gurudeenverma198
=====
=====
AJAY AMITABH SUMAN
*कागभुशुंडी जी थे ज्ञानी (चौपाइयॉं)*
*कागभुशुंडी जी थे ज्ञानी (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
कहानी :#सम्मान
कहानी :#सम्मान
Usha Sharma
#आज_की_चौपाई-
#आज_की_चौपाई-
*Author प्रणय प्रभात*
बहुत आँखें तुम्हारी बोलती हैं
बहुत आँखें तुम्हारी बोलती हैं
Dr Archana Gupta
गम्भीर हवाओं का रुख है
गम्भीर हवाओं का रुख है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नादान बनों
नादान बनों
Satish Srijan
मां
मां
Irshad Aatif
जिंदगी जब जब हमें
जिंदगी जब जब हमें
ruby kumari
क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो
क्यूँ ख़्वाबो में मिलने की तमन्ना रखते हो
'अशांत' शेखर
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
Tarun Prasad
आनंद
आनंद
RAKESH RAKESH
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कवि दीपक बवेजा
मित्रता का मोल
मित्रता का मोल
DrLakshman Jha Parimal
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जो तुम समझे ❤️
जो तुम समझे ❤️
Rohit yadav
हर जगह तुझको मैंने पाया है
हर जगह तुझको मैंने पाया है
Dr fauzia Naseem shad
विपक्ष से सवाल
विपक्ष से सवाल
Shekhar Chandra Mitra
पाया ऊँचा ओहदा, रही निम्न क्यों सोच ?
पाया ऊँचा ओहदा, रही निम्न क्यों सोच ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
सोने को जमीं,ओढ़ने को आसमान रखिए
सोने को जमीं,ओढ़ने को आसमान रखिए
Anil Mishra Prahari
Loading...