Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

पुस्तक अनमोल वस्तु है

मुझे न चाहिए सोना ,चांदी न चाहिए जवाहरात।
मुझे चाहिए पुस्तकों से भरा हुआ संसार।।

पुस्तक ही मेरा धन है ,पुस्तक ही मेरा जीवन है।
भागवत , पुराण, मानस, गीता पुस्तक परम पुनीता हैं।।

जिनके अध्ययन से नर पाए सीधे मोक्ष का द्वार ।
मुझे चाहिए पुस्तकों से भरा हुआ संसार।।

पुस्तक ही मेरा आचरण है,पुस्तक ही सद्भाव।
पुस्तक ही मेरी दिनचर्या ,पुस्तक ही स्वभाव।।

पुस्तक से ही यज्ञ हवन होवे,मनोकामना पूरण होवे।
बचपन से वृद्धावस्था तक मानव दिन प्रतिदिन कुछ सीखे ।।

मुझे न चाहिए इत्र की महक , न ही सुंदर रूप।
गुणों से भरा व्यक्तित्व चाहिए सरल , स्वच्छ, उज्ज्वल ।।

अनामिका तिवारी “अन्नपूर्णा “✍️✍️

Language: Hindi
1 Like · 80 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हिंदी मेरी माँ
हिंदी मेरी माँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जो सुनना चाहता है
जो सुनना चाहता है
Yogendra Chaturwedi
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
"मेरा कहना है"
Dr. Kishan tandon kranti
शिकायते बहुत हीं मुझे खुद से ,
शिकायते बहुत हीं मुझे खुद से ,
Manisha Wandhare
I'm trying to be happy
I'm trying to be happy
VINOD CHAUHAN
नज्म।
नज्म।
Abhishek Soni
मुखौटा
मुखौटा
Ashwini sharma
"साफ़गोई" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्
जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्
Sanjay ' शून्य'
चुनाव और विकास
चुनाव और विकास
SURYA PRAKASH SHARMA
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
प्रिये
प्रिये
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
ओ परबत  के मूल निवासी
ओ परबत के मूल निवासी
AJAY AMITABH SUMAN
प्यार...
प्यार...
Madhavi Srivastava
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रक्तदान
रक्तदान
Pratibha Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मै बेरोजगारी पर सवार हु
मै बेरोजगारी पर सवार हु
भरत कुमार सोलंकी
मासूमियत
मासूमियत
Surinder blackpen
मैं मगर अपनी जिंदगी को, ऐसे जीता रहा
मैं मगर अपनी जिंदगी को, ऐसे जीता रहा
gurudeenverma198
दीपावली (10 दोहे)
दीपावली (10 दोहे)
Ravi Prakash
हमसफ़र
हमसफ़र
Sudhir srivastava
सत्य सत्य की खोज
सत्य सत्य की खोज
Rajesh Kumar Kaurav
...
...
*प्रणय*
वो लड़का
वो लड़का
bhandari lokesh
जो हो इक बार वो हर बार हो ऐसा नहीं होता
जो हो इक बार वो हर बार हो ऐसा नहीं होता
पूर्वार्थ
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोहावली
दोहावली
sushil sarna
Loading...