Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2023 · 1 min read

पुलवामा की याद (कुंडलिया)

पुलवामा की याद (कुंडलिया)
————————————————–
आती चौदह फरवरी ,पुलवामा की याद
बदला बालाकोट का ,था फिर उसके बाद
था फिर उसके बाद ,वीरता की ऋतु आई
कायर हुआ धड़ाम ,देश ने ली अँगड़ाई
कहते रवि कविराय ,गीत सेना के गाती
अपना है कश्मीर ,गंध केसर की आती
—————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
सीनाजोरी (व्यंग्य)
सीनाजोरी (व्यंग्य)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
Asan nhi hota yaha,
Asan nhi hota yaha,
Sakshi Tripathi
बहुत प्यार करता हूं तुमको
बहुत प्यार करता हूं तुमको
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हो गयी आज तो हद यादों की
हो गयी आज तो हद यादों की
Anis Shah
गए हो तुम जब से जाना
गए हो तुम जब से जाना
The_dk_poetry
■ सनद रहे....
■ सनद रहे....
*Author प्रणय प्रभात*
आप कोई नेता नहीं नहीं कोई अभिनेता हैं ! मनमोहक अभिनेत्री तो
आप कोई नेता नहीं नहीं कोई अभिनेता हैं ! मनमोहक अभिनेत्री तो
DrLakshman Jha Parimal
"ख़्वाहिश"
Dr. Kishan tandon kranti
असली हीरो
असली हीरो
Soni Gupta
The Hard Problem of Law
The Hard Problem of Law
AJAY AMITABH SUMAN
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली 2023
विश्व पुस्तक मेला, दिल्ली 2023
Shashi Dhar Kumar
मैं सुहागन तेरे कारण
मैं सुहागन तेरे कारण
Ashish Kumar
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ये जनाब नफरतों के शहर में,
ओनिका सेतिया 'अनु '
नहीं देखा....🖤
नहीं देखा....🖤
Srishty Bansal
होना चाहिए निष्पक्ष
होना चाहिए निष्पक्ष
gurudeenverma198
कुछ तो बोल
कुछ तो बोल
Harshvardhan "आवारा"
【31】{~} बच्चों का वरदान निंदिया {~}
【31】{~} बच्चों का वरदान निंदिया {~}
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
जीवन का सच
जीवन का सच
Neeraj Agarwal
जुबान काट दी जाएगी - डी के निवातिया
जुबान काट दी जाएगी - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
बदल दी
बदल दी
जय लगन कुमार हैप्पी
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
Neelam Sharma
मैं निर्भया हूं
मैं निर्भया हूं
विशाल शुक्ल
मेरी ख़्वाहिश ने
मेरी ख़्वाहिश ने
Dr fauzia Naseem shad
*हमेशा जिंदगी की एक, सी कब चाल होती है (हिंदी गजल)*
*हमेशा जिंदगी की एक, सी कब चाल होती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दुनियादारी में
दुनियादारी में
surenderpal vaidya
सितारे बुलंद थे मेरे
सितारे बुलंद थे मेरे
shabina. Naaz
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
subhash Rahat Barelvi
खंड 7
खंड 7
Rambali Mishra
Loading...