Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2022 · 1 min read

पिया मिलन की आस

बदरवा घिर – घिर कर आयो थम . थम पड़े फुहार रे।
रग . रग में पर मोहे सताये पिया मिलन की आस रे।।

गोरी चलि कटि पर छैन रखी।
आँखिन में मद मदिरा छलकी।।
झूलन पर लै अब पैंग सखी।
भूले सुध निज तन की मन की।।

ढोलक पर ढप . ढप थाप पड़े औ हंस . हंस गवैं मल्हार रे।
रग . रग में पर मोहे सताये पिया मिलन की आस रे।।

कारो लहंगा पीरी चुंदरी।
पहरी निकली देवैं फुलकी।।
खेतन पर साजन बट जोहें।
हिय में प्रिय छवि को सोहें।।

पागल पवन झकोरा लेवे टप . टप गिरें रसाल रे।
रग . रग में पर मोहे सताये पिया मिलन की आस रे।।

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 106 Views

Books from Dr. Girish Chandra Agarwal

You may also like:
सूरज बनो तुम
सूरज बनो तुम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
समाज सुधार कीजिए
समाज सुधार कीजिए
Shekhar Chandra Mitra
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
कहॉं दीखती अब वह मस्ती, बचपन वाली होली जी (गीत)
Ravi Prakash
फाग (बुंदेली गीत)
फाग (बुंदेली गीत)
umesh mehra
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
Ram Babu Mandal
हर जगह तुझको मैंने पाया है
हर जगह तुझको मैंने पाया है
Dr fauzia Naseem shad
बहाना क्यूँ बनाते हो (जवाब -1)
बहाना क्यूँ बनाते हो (जवाब -1)
bhandari lokesh
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय- 5
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] अध्याय- 5
Pravesh Shinde
जो पहली ही ठोकर में यहाँ लड़खड़ा गये
जो पहली ही ठोकर में यहाँ लड़खड़ा गये
'अशांत' शेखर
सहरा से नदी मिल गई
सहरा से नदी मिल गई
अरशद रसूल /Arshad Rasool
Your heart is a Queen who runs by gesture of your mindset !
Your heart is a Queen who runs by gesture of...
Nupur Pathak
लो सत्ता बिक गई
लो सत्ता बिक गई
साहित्य गौरव
लकीरी की फ़कीरी
लकीरी की फ़कीरी
Satish Srijan
वृक्षों का रोपण करें, रहे धरा संपन्न।
वृक्षों का रोपण करें, रहे धरा संपन्न।
डॉ.सीमा अग्रवाल
“ सबकेँ स्वागत “
“ सबकेँ स्वागत “
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी के कोरे कागज पर कलम की नोक ज्यादा तेज है...
जिंदगी के कोरे कागज पर कलम की नोक ज्यादा तेज...
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-480💐
💐प्रेम कौतुक-480💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
अनकहे शब्द बहुत कुछ कह कर जाते हैं।
Manisha Manjari
पिता
पिता
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बारिश की बौछार
बारिश की बौछार
Shriyansh Gupta
"जाति"
Dr. Kishan tandon kranti
■ जिंदगी खुद ख्वाब
■ जिंदगी खुद ख्वाब
*Author प्रणय प्रभात*
ਧੱਕੇ
ਧੱਕੇ
Surinder blackpen
🚩पिता
🚩पिता
Pt. Brajesh Kumar Nayak
अरे! पतझड़ बहार संदेश ले आई, बसंत मुसुकाई।
अरे! पतझड़ बहार संदेश ले आई, बसंत मुसुकाई।
राकेश चौरसिया
जिंदा है धर्म स्त्री से ही
जिंदा है धर्म स्त्री से ही
श्याम सिंह बिष्ट
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
तुम्हारा प्यार साथ था गोया
Ranjana Verma
साढ़े सोलह कदम
साढ़े सोलह कदम
सिद्धार्थ गोरखपुरी
माना के गुनाहगार बहुत हू
माना के गुनाहगार बहुत हू
shabina. Naaz
है मुहब्बत का उनकी असर आज भी
है मुहब्बत का उनकी असर आज भी
Dr Archana Gupta
Loading...