Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

*पर्वतों की सैर*

~~~~~~~~~~~~
चल पर्वतों की सैर करें।
ठंडी बर्फ में जाकर ठरें।
इस आग उगलते शहर में,
हम क्यों घुट घुटकर मरें।

चल शुद्ध हवा में हम झूमें।
बल खातीं सड़कों पर घूमें।
उड़ते हुए बादल पकड़ें हम,
सपने संजोए बादलों के परे।

चल पेड़ों से कुछ बातें करें।
स्नेह की उन पे सौगातें धरें।
खिलते हुए फूलों को निहारें,
नैनों के कटोरों में लम्हे भरें।

चल बर्फ के गोले फैंकें हम।
मस्ती में दोनों चहकें हम।
गीत पंछियों के सुनें सुरीले,
बोझ दिल के कुछ कम करें।
~~~~~~~~~~~~~
सुधीर कुमार
सरहिंद फतेहगढ़ साहिब पंजाब।

Language: Hindi
96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*शूल  फ़ूलों  बिना बिखर जाएँगे*
*शूल फ़ूलों बिना बिखर जाएँगे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माँ-बाप का किया सब भूल गए
माँ-बाप का किया सब भूल गए
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*मुहब्बत के मोती*
*मुहब्बत के मोती*
आर.एस. 'प्रीतम'
पुराना कुछ भूलने के लिए,
पुराना कुछ भूलने के लिए,
पूर्वार्थ
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
DrLakshman Jha Parimal
मेरी हैसियत
मेरी हैसियत
आर एस आघात
जब बेटा पिता पे सवाल उठाता हैं
जब बेटा पिता पे सवाल उठाता हैं
Nitu Sah
मन का मिलन है रंगों का मेल
मन का मिलन है रंगों का मेल
Ranjeet kumar patre
आतिशी ने लाल कुर्सी पर,रख लीं केजरीवाल की खड़ाऊं
आतिशी ने लाल कुर्सी पर,रख लीं केजरीवाल की खड़ाऊं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
सुनो तुम
सुनो तुम
Sangeeta Beniwal
Poetry Writing Challenge-3 Result
Poetry Writing Challenge-3 Result
Sahityapedia
" इम्तिहान "
Dr. Kishan tandon kranti
एक दिन इतिहास लिखूंगा
एक दिन इतिहास लिखूंगा
जीवनदान चारण अबोध
खंडहर
खंडहर
Tarkeshwari 'sudhi'
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
'अशांत' शेखर
बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग ।
बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग ।
sushil sarna
जुगनू का व्यापार।
जुगनू का व्यापार।
Suraj Mehra
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
◆ मेरे संस्मरण...
◆ मेरे संस्मरण...
*प्रणय*
.
.
NiYa
शक्तिशाली
शक्तिशाली
Raju Gajbhiye
मन
मन
SATPAL CHAUHAN
24/237. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/237. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
Neelofar Khan
तोड़ दो सारी हदें तुम हुस्न से दीदार की ।
तोड़ दो सारी हदें तुम हुस्न से दीदार की ।
Phool gufran
पढ़ाई
पढ़ाई
Kanchan Alok Malu
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तुम मेरे हो
तुम मेरे हो
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Loading...