Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2023 · 1 min read

परिवर्तन विकास बेशुमार🧭🛶🚀🚁

परिवर्तन विकास बेशुमार

✍️🚑🛩️🌉🛣️

सतत् प्रकृति प्रक्रिया को
परिवर्तन नाम से जाना है
उथल- पुथल छीना झपटी
आस विकास परिवर्तन का

लाभ हानि नई पुरानी
परिवर्तन की है परंपरा
ज्ञान विज्ञान कर्म अकर्म
रोड़े कांटे पग का छलनी

लहूलुहान विकास की
इक नई उम्मीद जगाता
सुमन वाटिका गलियारों
कुसुम से वन उपवन में

पशु पथ मानुष पथ बना
विकास परिवर्तन बेशुमार
छोटे बड़े युवा वृद्ध ज़रा
क्रमिक विकास श्रृंखला

नकारात्मकता विवाद बेचैनी
लड़ाई झगड़ा तोड़ फोड़
बौखलाहट उथल पुथल
प्रारंभिक रूप इक विकास का

सुखद सकुन सुलभ आराम
बदलाव सकारात्मकता
शांति सुमंगल परिवर्तन
विकास बेशुमार खुशी का
आज बीता कल आएगा
सोच पग पग जन जीता

दुख सुख गले लगा
पथिक पथ पर चलता
बाट की पहचान कर
मुसाफ़िर सतत् बढ़ता

आस विश्वास उम्मीद से
विकास परिवर्तन आता
सुगम पगडंडी जन- जन
जीवन अर्थ स्तर उठाता

हे पथिक !!!!!
धैर्य हिम्मत बल उम्मीद
पर टिकी जग संसार
वजूद बचा दे औरों को
छोड़ सभी यहां जाना

पथ बट की नव छांव में
विश्राम सकून आराम पा
विकास परिवर्तन बेशुमार
सहृदय जन गले लगाना ।

कतिवर : –
तारकेश्वर प्रसाद तरूण

Language: Hindi
5 Likes · 257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
View all
You may also like:
उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना
उम्र के हर एक पड़ाव की तस्वीर क़ैद कर लेना
'अशांत' शेखर
*अनमोल हीरा*
*अनमोल हीरा*
Sonia Yadav
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
VINOD CHAUHAN
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
जिंदगी की राहे बड़ा मुश्किल है
Ranjeet kumar patre
मोतियाबिंद
मोतियाबिंद
Surinder blackpen
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं,
मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं,
Kalamkash
हे मेरे प्रिय मित्र
हे मेरे प्रिय मित्र
कृष्णकांत गुर्जर
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
Chunnu Lal Gupta
"कोहरा रूपी कठिनाई"
Yogendra Chaturwedi
बात का जबाब बात है
बात का जबाब बात है
शेखर सिंह
दिल की रहगुजर
दिल की रहगुजर
Dr Mukesh 'Aseemit'
जीवन की नैया
जीवन की नैया
भरत कुमार सोलंकी
#मंगलकामनाएं
#मंगलकामनाएं
*प्रणय प्रभात*
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
Atul "Krishn"
चमकत चेहरा लजाई
चमकत चेहरा लजाई
राधेश्याम "रागी"
" प्रेम "
Dr. Kishan tandon kranti
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
Rajesh Tiwari
अव्यक्त भाव को समझना ही अपनापन है और इस भावों को समझकर भी भु
अव्यक्त भाव को समझना ही अपनापन है और इस भावों को समझकर भी भु
Sanjay ' शून्य'
23/185.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/185.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बे मन सा इश्क और बात बेमन का
बे मन सा इश्क और बात बेमन का
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
*टमाटर (बाल कविता)*
*टमाटर (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बूंद बूंद से सागर बने
बूंद बूंद से सागर बने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
झूठा फिरते बहुत हैं,बिन ढूंढे मिल जाय।
Vijay kumar Pandey
तेरे बिना
तेरे बिना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
* हाथ मलने लगा *
* हाथ मलने लगा *
surenderpal vaidya
अधूरी दास्तान
अधूरी दास्तान
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...