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3 Jul 2022 · 1 min read

परिंदे को गम सता रहा है।

परिंदे को गम सता रहा है।
मौसम जो यूं बदल रहा है।।

दर बदर की ये जिन्दगी है।
ये सोच कर वो उड़ रहा है।।

✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 4 Comments · 100 Views
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